मीरजापुर।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस द्वारा विकास खण्ड हलिया सभागार में पशुपालन गोष्ठी एवं संवाद कार्यक्रम में पशुपालकों से फीडबैक दुग्ध उत्पादन पर लिया गया, जिसके यह पता चला कि लक्ष्मण यादव द्वारा 40 देशी गो-वंश को पालन कर 30 लीटर प्रतिदिन दूध बेजा जाता है, वही रामप्रकाश 5 गाय क्रास बीड को रखकर प्रतिदिन 40 लीटर दूध बेचते है। जिसके सम्बन्ध में पशुपालको को जानकारी प्रदान किया गया कि सेक्स साट्रेड सीमेन और कृत्रिम गर्भाधान के पशुओं से पशुओं के नश्ल सुधार कर आय में वृद्धि कर सकते है।
पशुपालन गोष्ठी एवं संवाद कार्यक्रम में वर्गीकृत वीर्य से पशुओं को अधिक से अधिक लाभान्वित करने पर बल दिया गया तथा मीरजापुर के भौगोलिक स्थिति के बारे में मा0 मंत्री जी पशुपालन विभाग एवं अपर मुख्य सचिव पशुपालन के भ्रमण के समय अवगत कराया गया कि यहाॅ कि भौगोलिक परिस्थिति बुन्देलखण्ड जैसी है। इसी क्रम में वगीकृत वीर्य से अधिक कृत्रिम गर्भाधान का शुल्क बुन्देलखण्ड की तरह ही 100 रू0 किया जाये।
वर्तमान में वर्गीकृत वीर्य का मुल्य 100 रूपया ही है। इससे उच्च गुणवत्तावाले वीर्य से कृत्रिम गर्भाधान करने पर 90 प्रतिशत बछिया ही प्राप्त होगी एवं दुग्ध उत्पादन बढेगा, जिससे गोपालको के आय में दोगुनी वृद्धि होगी। यह क्षेत्र पठारी होने के कारण कृषि कार्य वर्षा ऋतु पर निर्भर रहते है, जिससे पूर्ण उत्पादन प्राप्त नहीं होता। इन क्षेत्रों में पशुपालन, बकरीपालन, कुक्कुट पालन का कार्य किया जा सकता है, जिससे अधिक से अधिक प्राप्त किया जा सकता है। उक्त कार्यशाला में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी,खण्ड विकास अधिकारी-हलिया, पशु चिकित्साधिकारी-हलिया, विकास खण्ड स्तरीय दुग्धशाला विकास अधिकारी ,सहायक विकास अधिकारी पंचायत, पशुपालक, कृषक व अन्य उपस्थित रहें।