0 बकासुर वध, अघासुर वध, कालिया मर्दन, नरसिंह अवतार, रामदरबार, सबरी आश्रम, बालि वध, रासलीला, ब्रज में होरी, गंगा अवतरण, पूतना वध, कंस वध की झाँकियाँ बनेगी आकर्षण का केंद्र
मिर्जापुर।
श्री द्वारकाधीश जी महाराज विराजमान मन्दिर बुन्देलखण्डी मीरजापुर की प्राण प्रतिष्ठा भाद्रपद बदी षष्ठी संवत् 1957 (सन् 1900) को स्व0 लाला जमुना दास बजाज के द्वारा करायी गयी थी। मन्दिर स्थापना के समय से ही श्रावण मास में एकादशी से पूर्णिमा तक “झूलनोत्सव’ का आयोजन किया जाना प्रारम्भ हुआ था।
इस मन्दिर की प्राचीन परम्परा का निर्वाहन करते हुए मन्दिर के एकमात्र ट्रस्टी प्रदीप कुमार बजाज के द्वारा इस वर्ष 122वाँ झूलनोत्सव 27 अगस्त 2023 से 30 अगस्त 2023 तक मनाया जा रहा है। इस वर्ष मन्दिर के प्रांगण में अनेकों आकर्षक एवं नयनाभिराम झाँकियाँ सजाई जा रही हैं, जिसे देखने एवं दर्शन हेतु अपार जन समुदाय के प्रतिदिन एकत्रित होने की संभावना है।
कुछ प्रमुख झाँकियों में बकासुर वध, अघासुर वध, कालिया मर्दन, नरसिंह अवतार, रामदरबार, सबरी आश्रम, बालि वध, रासलीला, ब्रज में होरी, गंगा अवतरण, पूतना वध, कंस वध आदि झाँकियाँ सजाई जायेगीं। परम्परागत रूप से इस वर्ष भी मन्दिर में द्वारकेश्वर महादेव के शिवालय में अमरनाथ जी की गुफा व हिम शिवलिंग का श्रृंगार किया जायेगा। ज्ञात हो कि झूलनोत्सव का पूरा कार्यक्रम वरिष्ठ समाजसेवी परितोष बजाज के निर्देशन में स्थानीय कलाकारों के सहयोग से किया जाता है।
परितोष बजाज नगर के प्रतिष्ठित सेठ द्वारका प्रसाद बजाज एजूकेशन सेन्टर, किण्डरगार्टेन विंग एवं सेठ द्वारका प्रसाद बजाज एकेडमी के निदेशक भी हैं। स्थानीय कलाकारों में शम्भूनाथ चित्रकार, सीताराम बिजली मिस्त्री एवं बबलू मिस्त्री का विशेष योगदान होता है। झूलनोत्सव हेतु मन्दिर रात्रि 9:00 बजे से 11:00 बजे तक एवं प्रातः 8:00 बजे से 12:00 बजे तक प्रतिदिन खुला रहेगा। 27 अगस्त को रात्रि में ही दर्शन प्राप्त होंगे एवं 31 अगस्त को मध्यान्ह तक ही दर्शन खुले रहेंगे।
इसी क्रम में 5 सितम्बर 2023 को श्री ठाकुर जी का वर्षगाँठ समारोह आयोजित होगा। इस समारोह के अन्तर्गत 4 सितम्बर को सायं 5 बजे से श्री द्वारकेश्वर महादेव का कानपुर से आये विद्वान आचार्यों द्वारा रूद्राभिषेक किया जायेगा। 5 सितम्बर को प्रातः 8 बजे से द्वारकाधीश महाराज का विशेष पूजन आयोजित है एवं सायं 7:00 बजे से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भजन गायक मूल चन्द बजाज जी, कोलकाता भजन संध्या में सुमधुर भजनों द्वारा भक्ति रस का प्रवाह करेगें। विशेष कलाकारों द्वारा ठाकुर जी महाराज का फूलों से दिव्य श्रृंगार किया जायेगा।