News

केन्द्रीय राज्यमंत्री भारत सरकार ने कजली स्मारक व कजली महोत्सव का किया शुभारम्भ

अपनी विरासत को सहेजने के लिये पं0 राम चन्द्र शुक्ल पार्क को कजली स्मारक के रूप में किया गया विकसित

भारत की संस्कृति के आधार तत्व के रूप में यहां की लोक संस्कृति -अनुप्रिया पटेल

ग्रामीण अंचलों में आज भी मिलती है लोक संस्कृति की झलक

जनपद मीरजापुर की सांस्कृतिक धरोहर है कजली -मा0 केन्द्रीय मंत्री

जनपद के नामचीन कजली गायको को स्मृति चिन्ह देकर किया गया सम्मानित

बी0एल0जे0 ग्रांउड में आयोजित कजली महोत्सव में कलाकारों के द्वारा दी प्रस्तुति

मीरजापुर 03 सितम्बर 2023- पाश्चात्य संस्कृति एवं फिल्मी धुरो के आगे लुप्त हो रही भारतीय संस्कृति के संरक्षण व संरक्षित करने के उद्देश्य से संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश एवं जिला महोत्सव समिति के तत्वाधान में बी0एल0जे0 ग्रांउड महुवरिया में भव्य कजली महोत्सव का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त कजली की पहचान दिलाने व सरंक्षण के लिये पंडित राम चन्द्र शुक्ल पार्क बरौधा को कजली स्मारक के रूप में भी विकसित किया गया।
कजली स्मारक एवं कजली महोत्सव का लोकार्पण/उद्घाटन मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री वाणिज्य एवं उद्योग भारत सरकार श्रीमती अनुप्रिया पटेल एवं मा0 सांसद राज्यसभा राम सकल ने दिनांक 02 सितम्बर 2023 को कजली पर्व के दिन देर सांय फीता काटकर एवं दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर मा0 विधायक छानबे श्रीमती रिंकी कोल, सदस्य विधान परिषद श्याम नरायन सिंह उर्फ विनीत सिह, जिला अध्यक्ष भारती जनता पार्टी बृज भूषण, जिला अध्यक्ष अपना दल एस इंजीनियर राम लौटन बिन्द, अध्यक्ष नगर पालिका श्याम सुन्दर केसरी के अलावा जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन, मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस उपस्थित रहें। पंडित राम चन्द्र शुक्ल पार्क में जनपद के नामचीन कजली गायको एवं जनपद वासियों को मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री जी ने कजली स्मारक की बधाई देते हुये कहा कि इस कजली स्मारक पार्क में लोक विधाओं से सम्बन्धित वाद्य यंत्र, झूला, पहाड़, झरना, नृत्य करते हुये मोर आदि को बखूबी दर्शाया गया हैं। जिससे जहां जनपद की आने वाली पीढ़ी को कजली के बारे में जानकारी होगी। वहीं सुबह सांय पार्क में टहलने का भी आनन्ंद लिया जा सकता हैं। कजली स्मारक स्थल ही मा0 केन्द्रीय राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी के द्वारा कजली गायको में पद्श्री अजीता श्रीवास्तव, सुप्रसिद्ध कजली गायिका उर्मिला श्रीवास्तव, अन्तर्राष्ट्रीय कजली/लोकगीत गायिका उषा गुप्ता, कजली विधा के लेखक/कवि एवं गायक देवी मौर्या के अलावा कजली गायिकाओं में रानी सिंह, खोखाराम मिर्जापुरी, शिवलाल गुप्ता, रागिनी चन्द्रा, जटाशंकर चैलर, सूफिया बेगम, कल्पना गुप्ता, विद्यासागर, राम दुलार यादव, ओम प्रकाश यादव, दयाराम यादव, बब्लू राम दिवाना, रतन गुप्ता, बेचन राम बिन्द, अखिलेश कुमार विश्वकर्मा, ध्रमेन्द्र प्रसाद, कुसुम पाण्डेय, सुरेश कुमार, सिराजा यादव, सुलाब यादव, राम नरायण यादव एवं महेन्द्र कुमार को कजली के विधा के संरक्षण एवं उसे आगे बढ़ाने के लिये अंगवस्त्रम, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
तत्पश्चात बी0एल0जे0 ग्रांउड महुवरिया में आयोजित कजली महोत्सव का मा0 केन्द्रीयमंत्री ने उद्घाटनोंपरान्त अपने सम्बोधन में कहा कि जनपद मीरजापुर की सांस्कृतिक धरोहर कजली हैं। ग्रामीण अंचलो में आज भी ग्रामीण महिलाओं के द्वारा कजली लोक संस्कृति दिखायी पड़ती हैं। उन्होने कहा कि भारत की संस्कृति आधार तत्व के रूप में यहां की लोक संस्कृति है जो भारत के कोने-कोने में कोई न कोई लोक विधा गायन, नृत्य के माध्यम से भारतीय सम्भयता व संस्कृति की पहचान दिलाती हैं। उन्होने कहा कि हमारी लोकविधाओं में कुछ न कुछ ऐसा जरूर मौजूद है जो जिससे हमारे भारतीय संस्कृति की पहचान होती हैं। उन्होने कहा कि जब हम शहरो में रहते है तो अधिंकाश रूप से हमे फिल्मी गाने ही सुनायी पड़ते हैं, लेकिन ग्रामीण अंचल में अभी भी अपने लोक संस्कृति सुनने को मिल जाता हैं। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों में भी कजली का गायन होता है परन्तु मीरजापुर की कजली अपने आप में बेहद खास एवं अलग हैं। उन्होने कहा कि अपने जनपद की इस विरासम को संरक्षित करना बेहद जरूरी हैं। उन्होने इस अवसर पर जनपद की सभी कलाकार भाइयों एवं बहनो को ह्दय से आभार व्यक्त करती हूॅ क्योकि हमारे लोकगीतो के गायन भी है जिन्होने इस विरासत एवं सांस्कृतिक धरोहर जीवंत रखा हैं। इनके मंचीय प्रस्तुति से ही कजली का जीवंत रूप हमारे सामने आता हैं। उन्होने कहा कि आगे भी अपनी धरोहर को संरक्षित करने के लिये कार्य किया जाता रहेगा। यह भी कहा कि कजली की देन है कि आज कजली गायिका को अजीता श्रीवास्तव को पद्श्री पुरस्कार मिला हैं और कजली/लोकगायिका उषा गुप्ता अभी नीदरलैण्ड यूरोप में जाकर अपने गायन से भारत का प्रतिनिधित्व करते हुये जनपद के नाम को आगे बढ़ाया है तो वही वरिष्ठ कजली गायिका उर्मिला श्रीवास्तव के द्वारा भी अपने देश के अलावा कई देशो में जाकर कजली की प्रस्तुति की गयी हैं।
कजली प्रस्तुति में सांसद राज्यसभा राम सकल के द्वारा भी मंच पर पहंुचकर ‘‘राधा गोद धरे…. कजली गीत को सुनाकर लोगो को आश्चर्य चकित किया। इसके पूर्व मंच पर भदोही के कलाकार शेषमणि के द्वारा अपने गायन की प्रस्तुति कर शुभारम्भ किया गया तत्पश्चात जनपद की लोक गायिक उषा गुप्ता के द्वारा ‘‘जाबे नइहरे सजन माना इतना वचन…………..’’ एवं ‘‘हरे रामा घेरे बदरिया काली…….। को सुनाकर माहौल को कजलीमय बनाया गया। लोकगायिका उर्मिला श्रीवास्तव के द्वारा ‘‘पिया मेहंदी मगाय दा मोती झील से जायके सायकिल से न……। एवं पद्श्री अजीता श्रीवास्तव के द्वारा हरे रामा नैय्या डोले काले पनिया रे हरी…… को सुनाकर स्वतंत्रता आन्दोलन की याद दिलायी। गायन के क्रम में लोकगायक विद्यासागर प्रेमी, रमेश भवरा एवं शिव लाल गुप्ता के द्वारा भी आकर्षक एवं पुरानी कजली सुनाकर कजली संरक्षण की दिशा में संदेश दिया गया। इसके पूर्व जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत एवं सम्मान किया गया। मंच का सफल संचालन राजेन्द्र तिवारी उर्फ लल्लू तिवारी एवं संजय श्रीवास्तव द्वारा किया गया तथा सहायक पर्यटन अधिकारी राजेश कुमार भारती द्वारा सभी अतिथियों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट विनय कुमार सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेअ उप जिलाधिकारी चुनार नवनीत सेहारा, उप जिलाधिकारी सदर चन्द्रभानु सिंह, डिप्टी कलेक्टर सिद्धार्थ यादव, विजय नरायन, भरत लाल सरोज, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 अजय प्रताप सिंह, जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय के अलावा सभी अधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहें।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!