मीरजापुर।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने आज जनपद में कराये जा रहे अमृत कार्यक्रम के अन्तर्गत नगर पालिका परिषद में निर्माणाधीन परियोजनाओं तत्पश्चात नमामि गंगे के अन्तर्गत पाइप पेयजल परियोजना के प्रगति की समीक्षा अधिरियोें के साथ बैठक कर जानकारी प्राप्त की गयी। सर्वप्रथम अमृत कार्यक्रम के अन्तर्गत जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि जनपद में कुल 06 परियोनाए स्वीकृत हुयी है जिसमें से तीन परियोजना सीवरेज एवं तीन पेयजल की हैं। स्वीकृत तीन सीरवेरज परियोजनाओं में दो परियोजनाओं में कार्य पूर्ण तथा एक निर्माणाधीन है।
अधिशासी अभियन्ता गंगा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जिलाधिकारी को अवगत कराते हुये बताया कि स्वीकृत तीन पेयजल परियोजनाओं में से एक पूर्ण तथा दो निर्माणाधीन हैं। बैठक में यह भी बताया कि 25 के0एल0 ट्रीटमेंट कार्य के अन्तर्गत को-ट्रीटमेट प्लांट एक नग पूर्ण, डी0स्लजिंग वेहिकल चार नग पूर्ण जिसकी भौतिक प्रगति 100 प्रतिशत योजना का ट्रायल रन पूर्ण कराते हुये नगर पालिका परिषद मीरजापुर को हस्तांतरण की कार्यवाही प्रगति पर हैं। इसी प्रकार विन्ध्याचल सीवरेज योजना के अन्तर्गत सात एम0एल0डी0 एस0टी0पी0 प्लांट एक नग पूर्ण तीन एम0एल0डी0 में से एक नग पूर्ण तथा सीवर नेटवर्क के अन्तर्गत 25 किलोमीटर पूर्ण कराते हुये 2503 घरो में हाउस कनेक्टिंग चैम्बर पूर्ण कराया गया है यह कार्य भी नगर पालिका मीरजापुर को हस्तांतरण के लिये प्रक्रियाधीन हैं। मीरजापुर सीवरेज योनजना फेज-2 के अन्तर्गत सीवर नेटवर्क 203 किलोमीटर के सापेक्ष 148 किलोमीटर पूर्ण तथा एम0एल0डी0 आई0पी0एस0 तीन नग 55 प्रतिशत कार्य पूर्ण कराया गया हैं। इसके अन्तर्गत दो नग आई0पी0एस0 के सिकिंग एवं प्लगिंग कार्य पूर्ण तथा स्क्रीन चैम्बर का कार्य प्रगति पर है अवशेष एक नग सिकिंग का कार्य एक सप्ताह के अन्दर पूर्ण कराने का निर्देश दिया गया।
हाउस कनेक्टिंग चैम्बर 10773 के सापेक्ष 6416 पूर्ण एवं सीवर कनेक्टिंग चैम्बर 32315 नग के सापेक्ष 13405 नग पूर्ण कराया जा चुका हैं। वार्ता के दौरान के जिलाधिकारी ने शेष कार्यो को माह दिसम्बर 2023 के अन्त तक पूर्ण कराने का निर्देश दिया। बैठक में मीरजापुर पुर्नगठन योजना फेज-1 के अन्तर्गत बताया गया कि प्रस्तावित इंटेक वेल एवं डब्लू0टी0पी0 क्रियान्वित कर जल कल के मौजूदा सी0डब्लू0आर0 में जलापूर्ति आरम्भ कर दी गयी है शेष कार्य प्रगति पर हैं। दो नग वाटर वर्कस पर विद्युत कनेक्शन प्राप्त न होने के कारण टेस्टिंग कार्य भी लम्बित है जिस पर जिलाधिकारी द्वारा तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करते हुये विद्युत कनेक्शन का निर्देश दिया गया। बैठक में पुर्नगठन पेयजल योजना फेज-2 तथा शास्त्री ब्रिज निकट गंगा नदी में निर्मित इंटेक वेल कैम्पस, शुक्लहा बस स्टैण्ड पर सड़क निर्माण, पेयजल हाउस कनेक्शन आदि के प्रगति की समीक्षा की गयी तथा गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिये गये।
नमामि गंगे परियोजना के अन्तर्गत जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे तथा थर्ड पार्टी जांच एजेसी को निर्देशित करते हुये कहा कि थर्ड पार्टी जांच करते हुये रिपोर्ट उपलब्ध कराया जाय ताकि पूर्ण परियोजनाओं को हैण्डओवर कराते हुये संचालित किया जा सकें। उन्होने कहा कि प्रत्येक परियोजनाओं का सम्बन्धित एजेंसियों से ब्लाकवार कितने किलोमीटर पाइनलाइन बिछाये गये है, कितने हाउस कनेक्शन दिये, कितने ग्रामों यूजर चार्ज लगा गया कि तथा किन-किन गांवो में पानी आपूर्ति की जा रही है विस्तृत विवरण उपलब्घ कराये ताकि थर्ड पार्टी एजेंसी से जांच कराते हुये अग्रिम कार्यवाही की जा सकें।
जिलाधिकारी गड़बड़ा धाम मन्दिर तक पाइप पेयजल योजना से आच्छादित करने का निर्देश दिया दिया गया। बैठक में लुड़की, महुवाही, दाती, गोठौरा, अहुंगी कला, सहित सभी परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने सभी एजेंसियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जो परियोजनाए 98 व 99 प्रतिशत पूर्ण दिखाया जा रहा है उसे शत प्रतिशत पूर्ण करते हुये परियोजना को संचालित करने की कार्यवाही करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे देवेन्द्र प्रताप सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट आलोक प्रसाद, अधीक्षण अभियन्ता विद्युत, अधिशासी अभियन्ता जल निगम सहित सभी सम्बन्धित एजेसी के अधिकारी उपस्थित रहें।