स्वास्थ्य

राजगढ़ क्षेत्र मे संक्रामक बीमारियां एवं मस्तिक ज्वर तेजी से फैल रहा, मरीज परेशान

राजगढ़, मिर्जापुर।  

नक्सल क्षेत्र राजगढ़ में संक्रामक बीमारिया तेजी से फैल रही है। राजगढ़ क्षेत्र के 3 दर्जन से ज्यादा गांव में बीमारियां लगभग सभी घरों में पहुंच चुकी है। लेकिन जिम्मेदार कहीं भी दवा का छिड़काव नहीं करवा रहे हैं, जिससे गांव गांव में पानी इकट्ठा होने से मच्छरों की भरमार सी हो गई है।

राजगढ़ ब्लाक के 83 ग्राम पंचायत में अभी बहुत से गांव है, जहां पर ब्लीचिंग पाउडर और डीडीटी पाउडर का छिड़काव नहीं हुआ है। नाही ग्राम सभा में क्लोरीन की दवा हर घर में बांटी गई है। अगर रात में बिजली नहीं है, तो आप सो नहीं पाएंगे चारों तरफ से मच्छर काटना शुरू कर दे रहे हैं। राजगढ़ अस्पताल में डीजीटी ब्लीचिंग पाउडर क्लोरीन की गोली उपलब्ध है, लेकिन आरोप है कि राजगढ़ अस्पताल के कर्मचारी किसी भी मरीज को कुछ भी नहीं दे रहे हैं। मच्छरों के काटने से मलेरिया टाइफाइड पीलिया वायरल इनफेक्शन और मस्तिष्क ज्वर जैसी बीमारियां लोगों को पकड़ रही है। अस्पताल में केवल मलेरिया की जांच हो रही है, सभी जांच मरीजों से बाहर करवाए जा रहे हैं। जिससे गरीबों और और मरीजों का बुरा हाल है।  ब्लड जांच में ही गरीबों का पैसा चला जा रहा है। और दवाइयां खरीदने के लिए उनके पास पैसों की कमी हो गई है। राजगढ़ से आए मरीज कैलाश, विनोद, धर्मेंद्र, प्रवीण कुमार, अमित कुमार, संदीप, मनोज भारती ने बताया कि कहीं भी गांव में इस वर्ष दवा का छिड़काव ना होने से मच्छरों की संख्या बढ़ गई है। ना ही गांव में क्लोरीन की गोली  नहीं बाटी जा रही है । केवल अस्पताल परिसर में शोपीस बनकर रह गया है। ना ही मरीजों को अस्पताल से ही दिया जा रहा है। जरूरत पड़ने पर मरीज को क्लोरीन की दवा दी जा रही है। ग्राम पंचायत में अभी भी दवा का छिड़काव ना होने से लोग बीमार हो रहे हैं। और मस्तिक ज्वर तेजी से गांव में पैर पसार रहा है। अगर समय रहते दवा का छिड़काव नहीं किया गया तो मरीज को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। राजगढ़ अस्पताल में दिन प्रतिदिन मरीजों की संख्या डेढ़ सौ से 200 के पार जा रही है। इस संबंध में जब राजगढ़ चिकित्सा पर प्रभारी डॉक्टर पवन कश्यप से बात हुई तो उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायत में डीडीटी और ब्लीचिंग पाउडर गांव में बांटने के लिए दे दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी को जरूरत पड़ रही है क्लोरीन की दवा की तो अस्पताल में मरीज को और अन्य लोगों को दिया जा रहा है, जिससे पानी में डालकर शुद्ध पानी पी सके।

 

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!