हलिया, मिर्जापुर।
हलिया कस्बा स्थित एक क्लिनिक में चार दिनों तक उपचार करने के बाद एक चार माह के शिशु के मौत हो जाने पर गुरुवार को रात मे जमकर हंगामा हुआ। मौके पर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत कराते हुए तहरीर लेकर क्लिनिक संचालक के खिलाफ मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई, जबकि मौके पर पहुंचे एसडीएम, सीओ, प्रभारी चिकित्साधिकारी ने क्लिनिक की छानबीन करते हुए ताला बंद करा दिया। हलिया के कोटार निवासी शिवशंकर मिश्र ने थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि बेटी प्रतिभा का चार माह का बच्चा बीमार हो गया, जिसे उपचार के लिए हलिया कस्बा स्थित डाक्टर बृजलाल मौर्य के निजी क्लीनिक पर उपचार भर्ती कराया, जहां पर जान बुझकर गलत इलाज पैसा कमाने के चक्कर में बार बार कहने पर भी बच्चे को अन्यत्र नहीं ले जाने दिये, जिससे गुरुवार को बच्चे के शरीर में कालापन आने पर नाजुक स्थिति मरणासन्न होने पर हमें अन्यत्र जाने के लिए बोले मेरी पत्नी उषा का हांथ पकड़कर क्लिनिक से बाहर कर दिया व बड़ी बेटी सुधा को व पत्नी को बृजलाल व उनके साथ आठ अन्य लोग मिलकर मारे पीटे हमने उनके कहने पर इलाज के दौरान तीस हजार रुपए दिये। हम बच्चे को लेकर परेशान हुए तब तक बच्चा मर गया। मेरा बच्चा डाक्टर के लापरवाही के कारण मेरे बच्चे की मृत्यु हो गई, तो वे बच्चे को लेकर जाने को कहा हम घर ले जाने के लिए तैयार हुए तो हमें लगा कि बच्चा मर चुका है, लेकिन अपने संतुष्टि के लिए प्रयागराज ले जाते समय पूरा शरीर काला पड़ गया व शरीर ठंडा पड़ गया। हम फिर से वापस क्लिनिक पर आये तो हमारे साथ मारपीट किये और कहा कि वापस घर चले जाओ, नहीं तो ठीक नहीं होगा। हमें इनके इलाज दवा पर संदेह है, जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल करने में जुट गई है। थानाध्यक्ष हलिया विष्णु प्रभा सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर क्लिनिक संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।