राजगढ़, मिर्जापुर।
सुकृत वन रेंज के खोराडीह खीरी जंगल में वन विभाग की सैकड़ो बीघा भूमि पर चार वर्षों से अबैध कब्जा कर झोपड़ी लगाकर खेती कर रहे लोगो का वृहस्पतिवार को वन विभाग द्वारा कब्जा हटाया गया। इस दौरान अवैध कब्जा हटा रहे वन विभाग के अधिकारियों पर अबैध कब्जाधारी सैकड़ो की संख्या में टूट पड़े तथा वाहनों का हवा निकलते हुए झाड़ियों में छिपकर अबैध कब्जा हटा रहे वन कर्मचारियों पर पत्थर से वार करने लगे। जिससे वन विभाग के कर्मचारी किसी तरह अपना जान बचाकर मौके से भाग खड़े हुए। बृहस्पतिवार को वन रेंजर राकेश सिंह के अगुआई में वन विभाग की टीम खोराडीह के खीरी में हुए अबैध कब्जा को हटाने के लिए पहुची। सेक्सन अधिकारी लवकुश सिंह ने बताया कि खीरी जंगल मे लगभग सौ बीघा वन भूमि पर अबैध कब्जा किया गया है। जिससे बृहस्पतिवार को खीरी के वन भूमि पर अबैध कब्जा कर बनाई गई बाइस झोपड़ियां हटाई गई। साथ ही वन भूमि पर अबैध रूप से खेत बनाकर बोई गई फसल को भी नष्ट किया गया। उन्होंने बताया कि वन भूमि से अबैध कब्जा हटा रही वन विभाग की टीम को सैकड़ो की संख्या में लामबंद होकर अबैध अतिक्रमण करने वाली महिलाओं ने लाठी,डंडा, फावड़ा, कुल्हाङी सहित अन्य हथियार लेकर चारो तरफ से घेर लिया और गाली गलौज देते हुए मारपीट पर आमादा हो गयी।वही अबैध कब्जाधारी पुरुष झाड़ियों की आड़ में छुपकर अतिक्रमण हटा रही वन विभाग की टीम पर तीर धनुष तथा पत्थर चलाने लगे। साथ ही वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों के जीप व अन्य वाहनों का हवा निकाल दिए। अवैध कब्जादारों का उग्र रूप देखकर वन विभाग की टीम किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग निकली। स्थानीय लोगों की माने तो सुकृत वन रेंज के खीरी जंगल में अवैध कब्जा करने वाले अधिकतर लोगो को सोनभद्र जनपद से वन विभाग द्वारा वन भूमि पर वृक्षारोपण कराने के लिए लाया गया था तथा उन्हें खीरी में झोपड़ी बनवाकर रहने के लिए कहा गया था।जो अब खेती बाड़ी भी कर रहे हैं और वन भूमि से नही हट रहे हैं। अबैध कब्जाधारियों का कहना हैं कि उन्हें लगभग चार वर्ष पहले वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा ही खीरी वन भूमि पर बसाया गया है। अबैध कब्जा हटाने के दौरान वन रक्षक मनोज पटेल सहित अन्य वन कर्मी मौजूद रहे।