मीरजापुर।
जिलाधिकारी प्रियंका निंरजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गौवंश आश्रय स्थलों की स्थापना व संचालन हेतु जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की बैठक आहूत की गयी। बैठक में जिलधिकारी ने अवशेष निराश्रित गौवंशो को संरक्षित करने हेतु नये गौ आश्रय स्थलों के निर्माण/चिन्हांकन की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। जिलाधिकारी द्वारा ग्राम पंचायतो में जमीन चिन्हित करते हुये अस्थायी गौ आश्रय स्थल कार्य प्रारम्भ करने निर्देश के अनुपालन में सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी द्वारा बताया गया कि जमीन का चिन्हाकंन कर लिया गया हैं।
जिलाधिकारी द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये अस्थायी गौ आश्रय स्थलों का प्राथमिकता पर निर्माण कराने निर्देश दिया। पटेहराकला में संचालित गौ आश्रय स्थल के बारे जानकारी करने पर बताया गया कि टेण्डर प्रकिया के माध्यम से कुछ गौशालए संचालित है, जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि जैसे अन्य ग्राम पंचायतो में गौशालाए संचालित है उसी प्रकार से संचालन कराया जाय। उन्होने कहा कि मानक के अनुसार सभी गौशालाओं में गौवंश रहने चाहियें तथा उनके चारा, पेयजल सहित ठण्ड से बचाव के बारे में पहले से ही सभ आवश्यक व्यवस्थाए सुनिश्चित कर ले ताकि ठण्ड के समय में किसी प्रकार कोई दिक्कत गौवंशो को न होने पायें।
उन्होने सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि छुट्टा पशुओं को पकड़कर गौशालाओं में रखने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि कोई भी छुट्टा पशु सड़को पर नही दिखना चाहिये। बैठक में जिलाधिकारी ने गौवंशो के पकड़र गौशालो में रखे जाने में उदासीनता बरतने तथा सही कार्य न करने पर अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर, अहरौरा, चुनार एवं नगर पंचायत कछंवा को शो-काज नोटिस जारी करने का निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिया।
उन्होने सभी खण्ड विकास अधिकारियों व अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/पंचायत को गौ आश्रय स्थलों में सभी व्यवस्थाए सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। उन्होने कहा कि लापरवाही पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन क्षेत्रो में गौशालाओं का निर्माण कराया जा रहा है। उस क्षेत्र के सम्बन्धित अधिकारी फोटोग्राफ भी उपलब्ध करायें तथा खण्ड विकास अधिकारी कोन व छानबे की स्थिति खराब पाये जाने पर सुधान लाने का निर्देश दिया।
हलिया विकास खण्ड में गौशालाओं की अपेक्षा गौवंश कम होने पर खण्ड विकास अधिकारी को निरीक्षण कर आख्या उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। एवं सीखड़ विकास खण्ड में दो अस्थायी गौ आश्रय निर्माण हेतु जमीन का चिन्हांकन करने का निर्देश खण्ड अधिकारी को दिया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सी0एल0 वर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट आलोक प्रसाद, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 अजय प्रताप सिंह, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, मुख्य पशु चिकित्सधिकारी डाॅ राजेश, नगर पालिकाओं के अधिशासी अधिकारी व सभी ब्लाको के खण्ड विकास अधिकारी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।