कार्तिक पूर्णिमा पर गड़बड़ा धाम में उमड़े श्रद्धालु
हलिया (मिर्जापुर)। कार्तिक पूर्णिमा पर विकास खंड के गड़बड़ा शीतला धाम में सेवटी नदी के तट पर स्थित मां शीतला माता मंदिर में सोमवार को पूजा अर्चना को लेकर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु मंदिर पहुंचे तथा पूजा अर्चना कर मां शीतला का आशीर्वाद लिया। लोगों ने सेवटी नदी में स्नान कर पूजा-अर्चना कर भगवान सत्यनारायण की कथा सुनी। तथा प्रसाद चढ़ाया। इसके पश्चात मंदिर परिसर में कार्तिक पूर्णिमा पर लोगों ने सामूहिक रूप से हवन किया तथा हवन कुंड में आहूति दी। कार्तिक पूर्णिमा को लेकर सुबह से ही मंदिरों में भीड़ उमड़ने लगी थी। क्षेत्रीय भक्तों के अलावा दूर दराज के भी श्रद्धालु मां के चरणों में शीश नवाया। सुबह से भक्तों ने स्नान कर मंदिर में पूजा करने पहुंचने लगे। इस कारण मंदिर में काफी भीड़ देखी गई। मंदिर प्रबंधक प्रकाश चंद्र शुक्ल ने बताया कि सीसी कैमरे से निगरानी की जा रही है शाम तक लगभग 40 हजार भक्तों ने मां के चरणों में शीश नवाया। गड़बड़ा देवी मंदिर के अलावा क्षेत्र के कोटार गांव स्थित अदवा नदी के मध्य टीले पर स्थित बाबा कोटार नाथ मंदिर में भी लोगों की भीड़ देखने को मिली। लोगों में गुरू पूर्णिमा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला। लोगों ने पूजा अर्चना के बाद एक दूसरों के बीच प्रसाद वितरित किया। अदवा नदी में बाटी चोखा का भी लुफ्त उठाया। परमहंस आश्रम औरा में भक्तों ने पंहुचकर दर्शन पूजन किया। सुरक्षा व्यवस्था में थानाध्यक्ष विष्णु प्रभा सिंह चक्रमण करते रहे।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लोगों ने गंगा में लगाई आस्था की डूबकी
चुनार, मिर्जापुर।
कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर लगभग एक लाखं की संख्या में श्रद्धालुओं ने लगाई उत्तरा मुखी पतित पावनी माँ गंगा के जल में डूबकी, श्रद्धालुओं के सुविधा के मद्देनजर नगर पालिका परिषद के द्वारा खोया पाया केन्द्र, स्नान के बाद वस्त्र बदलने के लिए टेंट की और पर्याप्त रोशनी की ब्यवस्था की गई। स्नान दान पर्व के अवसर पर मां विन्ध्यवासिनी सेवा समिति के द्वारा प्रसाद के रुप में नौ कुन्तल हलवे का वितरण किया गया। ब्रह्मानंद कुशवाहा , मिथिलेश, सुनील गुप्ता, रामपाल यादव, प्रदीप शर्मा, सुजीत कुमार, पंकज अग्रवाल, राजेश गुप्ताआदि सहित दर्जन भर कार्यकर्ताओं ने प्रसाद वितरण में अपना सहयोग किया।
भारी भीड़ को देखते हुए शान्ति व सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस प्रशासन की ब्यवस्था चुस्त दुरुस्त रही। कोतवाल नरेन्द्र कुमार सिंह दल बल के साथ चक्रमण करते रहे। स्नानार्थीयो के लिए भब्य भंडारे का आयोजन जय गुरुदेव संगत की ओर से रविवार की रात्रि से सोमवार दोपहर तक किया गया इस दौरान शिव बालक सिंह, सत्यनारायण पुजारी, अशोक त्रिपाठी, सूरज कुमार, चन्द्रमा प्रसाद, आदित्य, आनंद आदि मौजूद रहे। वही नैना गढ़ महोत्सव समिति की ओर से भब्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पालिका परिषद अध्यक्ष मंसूर अहमद, अधिशासी अधिकारी राजपति वैश, कोतवाल चुनार, आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।इस दौरान जलकल जेई सौरभ सिंह, प्रधान लिपिक शैलेष, समिति के पूर्व अध्यक्ष अखिलेश सिंह, लोकगायक राजेश यादव, शितला प्रसाद यादव एडवोकेट, अफसरअली सहित तमाम कार्यकर्ता मौजूद रहे।
देव दिपावली व कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर चुनार क्लब की ओर से किला घाट पर झालर लाईट, विभिन्न चित्रकारी, सेल्फी प्वाइंट, मेरा माटी मेरा देश, व लोकल फार वोकल पर आधारित थीम के साथ चन्द्रयान का सीन देखते बन रहा था । सजावट व इक्यावन हजार दीप से जगमग घाट को देख लग रहा था कि मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया है।
[देव दिपावली, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पच्चीस हजार दीपो से जगमगाया किलाघाट
चुनार, मिर्जापुर। नवीन चुनार निर्माण के लिए एक नए दृष्टिकोण को लेकर चुनार क्लब ऐतिहासिक, सामाजिक कार्यो एवं पिडित मानवता के लिए सदैव तत्पर है। एक सक्रिय नागरिक के रुप में देश के विभिन्न प्रदेशो में कार्य करते हुए इस मंच से जुड़े लोग दो दशक से समाज और परिवेश को बेहतर बनाने के लिए अपने पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए पदाधिकारियों व सदस्यों द्वारा श्रमदान करके किलाघाट को सुन्दर कलाकृतियों से सुसज्जित किया गया। स्वखर्चे से देव दिपावली, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पच्चीस हजार दीपो से जगमग करेंगे घाट को। दर्शको के लिए भब्य आतिशबाजी व स्वच्छ प्रदेश के थीम पर आधारित कलाकृतिया होगी आकर्षण का केन्द्र।कार्यक्रम को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए क्लब के अध्यक्ष सर्वश सिंह, उपाध्यक्ष देश दिपक वर्मा, महासचिव वीर सिंह, कोषाध्यक्ष प्रदीप जायसवाल, महामंत्री ॠतुराज, संगठन मंत्री कुंवर अंकुर सिंह, लेखाकार बृजेश कुमार व सदस्य तालिम कुरैशी, अम्बिके भारद्वाज, आकाश सिंह, विपिन कुमार, प्रीतम मौर्या, रंजीत मण्डल, वैशाली वर्मा आदि सहित दर्जनों सदय अपने अमुल्य समय व श्रमदान कर कार्यक्रम को सफल बनाने में तन, मन, धन से जुड़े रहे।