अहरौरा, मिर्जापुर।
बुधवार को आठ वर्षीय एक बालक अचानक इमलियाचट्टी चौकी परिसर पर आकर रोने लगा। चौकी प्रभारी ने बालक से कारण पूछा तो बताया कि बहुत तेज भुख लगी हैं। तुरंत चौकी प्रभारी दिलीप कुमार गुप्ता ने पास के दुकान से मिठाई और समोसा मंगाकर खिलाया। बालक ने अपना नाम सुदामा और पिता नारायन की मृत्यु तीन वर्ष पहले हो गई हैं।
मां मानसिक रूप से बीमार है। घर पटीहटा (काली जी मन्दिर) पर मां के साथ रहता हूं। एक घर था, जो गिर गया और हम लोगों को तीन दिन से कुछ खाने पीने को नही मिला है। चौकी प्रभारी दिलीप कुमार गुप्ता ने तत्काल प्रधान प्रतिनिधि आशीष सिंह को बुलाया।
प्रधान प्रतिनिधि आशिष सिंह, अरुण सिंह, राइसमिल के मालिक दयाशंकर केशरी आ गए और बालक और बालक के परिवार के लिए खाने पीने की सामग्री व ओढ़ने बिछाने के लिए बिस्तर-कम्बल दिया। इस दौरान बच्चे को उसके वर्तमान आश्रम स्थल काली जी मन्दिर पटीहटा पहूंचाया गया। वही प्रधान प्रतिनिधि ने कहाकि बच्चे के परिवार के लिए अंत्योदय कार्ड, पीएम आवास योजना सहित अन्य सरकारी सहायता दिलाने का सम्पूर्ण सहायता प्रयास करूंगा। अरुण सिंह द्वारा बच्चे को आर्थिक सहयोग किया गया।
साथ ही बच्चे के विद्यालय के प्रधानाचार्य से संपर्क कर सुदामा को समुचित ध्यान ख्याल रखने के लिए निर्देशित किया गया। इमलिया चट्टी चौकी प्रभारी दिलीप कुमार गुप्ता ने कहाकि बच्चे के परिवार को खाने-पीने रहने और पढ़ाई की कोई समस्या नही होगी, भरपूर प्रयास करूंगा। मौके पर भानु प्रताप सिंह, अजय यादव, कृष्णा सिंह (प्रधान पुत्र), अंजुला सिंह आदि लोग रहे।