मिर्जापुर।
डैफोडिल्स पब्लिक स्कूल, लोहिया तालाब में स्कूल की प्रधानाचार्या एवं सीबीएसई की सिटी कोआर्डिनेटर श्रीमती कंचन श्रीवास्तव के नेतृत्व में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए।
प्रधानाचार्या ने अध्यापकों और बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सबको स्वयं जागरूक रहते हुए अपने आसपास के लोगों को एड्स जैसी खतरनाक बीमारी से बचने के लिए जागरूक करते रहना चाहिए। इसे सामाजिक दायित्व समझकर निभाना चाहिए। उन्होंने कहाकि बीमारी के इलाज से बेहतर है कि हम बीमारी से बचाव के उपाय करें। समाज में अभी अनेक तरह की भ्रांतियां फैली हैं कि एड्स छुआछूत की बीमारी है। यदि किसी को बीमारी है तो उसके परिवार के लोग भी उससे दूर रहने लगते हैं। प्रधानाचार्या ने समाज में फैली इन भ्रांतियों को लोगों के मन से दूर करने के लिए प्रेरित किया।
बच्चों ने भी अपने भाषण में बताया कि एड्स किसी के साथ बैठने या खाना खाने से नहीं होता। यह एड्स रोगी का रक्त चढ़ जाने या उसको लगी हुई सुई के पुनः लग जाने से फैलता है। असुरक्षित यौन संबंध सबसे बड़ा कारण है।
एड्स जागरूकता रैली निकाली गई। बच्चों ने नारे लगाकर जागरूक किया। एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया। प्राइमरी के बच्चों ने एड्स का निशान बनाकर विशेष प्रस्तुति दी तथा विभिन्न पोस्टर और बैनर से जागरूकता फैलाने का कार्य किया।