मिर्जापुर।
राजीव गांधी दक्षिणी परिसर काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एस० एल० एण्ड एल० एस० डी० इनिशिएटिव के तहत “मोटे अनाज एवं दुग्ध का जादू” एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष एवं आचार्य प्रभारी प्रो० विनोद कुमार मिश्र, संयोजक प्रो० आशीष सिंह. सलाहकार राजीव गांधी दक्षिणी परिसर डॉ० आनंद गोपाल बंदोपाध्याय एवं आयोजन सचिव डॉ० महिपाल चौबेए मुख्य वक्ता डॉ० अभिषेक दत्त त्रिपाठी एवं डॉ० वी० के० पासवान, डेयरी विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभागए काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय के संस्थापक भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन एवं माल्यार्पण किया। कार्यक्रम में मोटे अनाज एवं दुग्ध उत्पादन मेला पर एक दिवसीय कार्यशाला एवं संबंधित व्याख्यान प्रस्तुत किया गया एवं मोटे अनाज की तत्कालीन उपयोगिता को सम्मिलित किया गया। आचार्य प्रभारी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा “दूध पियो कसरत करो नित्य जपो हरि का नाम” वचन के साथ लोकल स्वर का मंत्र दिया और उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह मोटे अनाज से संबंधित अपने स्वयं के संस्थान बनाए और संभावनाओं को तलाशें जिससे कि हमारे कृषकों को त्वरित फायदा होगा और वह मजबूत होंगे। प्रमुख वक्ता डॉ० वी० के० पासवान ने दुग्ध के स्वास्थ्यदायक उपयोग पर चर्चा की डॉ० अभिषेक दत्त त्रिपाठी ने मोटे अनाज के महत्व एवं उसके उपयोग पर कार्यशाला में व्याख्यान दिया। इस अवसर पर परिसर के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। फूड प्रोसेसिंग एंड मैनेजमेंटए दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के विद्यार्थियों ने बाजरे के लड्डू एवं रागी की खीर शावा की पट्टी तथा कांगड़ी का चूरमा प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने 2023 मोटे अनाज वर्ष के तहत विभिन्न पोस्टर प्रस्तुत किया। पशु विज्ञान और पशु चिकित्सा संकाय के विद्यार्थियों ने मोटे अनाज का उपयोग करके दूध के साथ विभिन्न उत्पादों को प्रस्तुत कियाए जिसमें छेना खीर अद्भुत न्यूट्रीशनल वैल्यू के साथ प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर परिसर के छात्रावास समन्वयक डॉ० बी०एम०एन० कुमार, उप-आरक्षाधिकारी डॉ० मनोज कुमार मिश्रा, डॉ० संदीप कुमार चौधरी और कार्यशाला के प्रमुख सदस्य डॉ० डेमों सी० जॉनसनए। डॉ० कृष्णनेन्दु कुंडू, डॉ० प्रज्ञा मिश्रा, डॉ० सना फातिमा, डॉ० अश्वनी कुमार, डॉ० राघवेंद्र रमन मिश्रा तथा विभिन्न छात्रावासों के प्रशासनिक संरक्षक एवं संरक्षिकायें उपस्थित रहे। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन डॉ० अनुराधा कुमारी ने किया।