मिर्जापुर।
भारत सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देश के क्रम में प्रदेश के समस्त कारागारों में निरुद्ध बंदियों के बीच टीबी, एचआईवी, हिपैटाइटिस, सीफलीस के प्रति जागरुक करते हुए उनका स्क्रीनिंग करने के साथ-साथ इलाज सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है।
इस क्रम में जिला कारागार मिर्जापुर में जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन एवं पुलिस अधीक्षक अभिनंदन सिंह के उपस्थिति में कार्यक्रम का आयोजन 6 दिसंबर 2023 को किया गया। संचालित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद जिला अधिकारी द्वारा बंधिया के बीच बताया गया कि आप सभी यदि बताए गए लक्षणों से प्रभावित अपने को पाते हैं तो यहां उपलब्ध नि:शुल्क जांच सुविधा का लाभ उठाते हुए रोग से मुक्त होने का प्रयास करें और स्वस्थ बने। साथ ही जिला अधिकारी द्वारा कहा गया कि लक्षण प्रभावित व्यक्ति डॉक्टर के जीवन उपयोगी उचित सुझाव के तहत नियमित दवा एवं अन्य उपचार संबंधी सुझावों को महत्व अवश्य दें। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सी एल वर्मा द्वारा कहा गया कि स्वास्थ्य विभाग आपके स्वास्थ्य हित में हर वक्त तैयार है। आप रोग से घबराएं न, बल्कि उसका उचित इलाज करें।
वहीं जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनिल कुमार ओझा द्वारा कहा गया कि इस कैंप के पश्चात भी कभी भी जेल में उपरोक्त समस्या से प्रभावित कोई व्यक्ति होता है, तो उचित माध्यम से विभाग को सूचित करने का प्रयास करें, जिससे कि उसको इलाज संबंधी सुविधा उपलब्ध कराई जा सके।
वही कार्यक्रम का संचालन कर रहे क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा बंदियों को टीबी के समस्त लक्षणों से परिचित कराते हुए कहा गया कि सरकार द्वारा जांच एवं इलाज की समस्त सुविधाएं नि:शुल्क हैं। साथ ही साथ जांचों उपरांत टीबी रोग से प्रभावित व्यक्ति को सरकार द्वारा उसके खाते में ₹500 प्रतिमाह, पूरे इलाज अवधि तक देने का कार्य कर रही है। सतीश यादव द्वारा बंधिया से आग्रह भी किया गया कि आप किसी भी व्यक्ति को टीबी के लक्षणों से यदि प्रभावित पाते हैं तो उसे सरकारी स्वास्थ्य केंद्र तक भेजने का मानवीय कार्य अवश्य करें, जिससे कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा 2025 तक टीबी के समाप्ति के संकल्प को पूरा होते देखा जा सके। पीएमडीटी कोऑर्डिनेटर दुर्गेश कुमार रावत द्वारा एचआईवी एवं एड्स पर प्रकाश डाला गया।
जिला अस्पताल काउंसलर अपर्णा मिश्रा द्वारा सिफलिस एवं हेपेटाइटिस के विषय में जागरूक करने का कार्य किया गया।आयोजित कार्यक्रम में जेल अधीक्षक के साथ-साथ अखिलेश कुमार पांडे, विनोद कुमार सोनकर, अंशुमान द्विवेदी, एस के रस्तोगी, एचआईवी कोऑर्डिनेटर कन्हैया यादव आदि उपस्थित रहे।