0 कहा- 1526 से लेकर अब तक राम मंदिर के लिए 72 बार संघर्ष हुए और साढे तीन लाख हिंदुओं ने अपना बलिदान दिया
मिर्जापुर।
श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा गृह संपर्क अभियान के तहत “सबके राम, सबमे राम” विषयक विन्ध्याचल विभाग की बैठक/गोष्ठी नगर के नटवां स्थित शेमफोर्ड स्कूल के सभागार मे शनिवार को संपन्न हुई। बैठक मे विचार परिवार के कार्यकर्ताओ को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रान्त प्रचारक रमेश जी भाई साहब का पाथेय प्राप्त हुआ।
सह विभाग संघचालक धर्मराज सिंह जी के साथ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर बैठक का शुभारंभ कर अपने संबोधन मे प्रान्त प्रचारक रमेश जी भाई साहब ने कहाकि 22 जनवरी को 12:20 बजे होने जा रहा रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपूर्ण दुनिया के अंदर भारत माता की प्राण प्रतिष्ठा है और यह दुनिया में भारत को और अधिक समर्थ और शक्तिशाली बनाने जा रही है। हम सभी भाग्यशाली हैं कि इस भव्य मंदिर को देखने का अवसर हमें मिलने वाला है।
संघ संस्थापक डॉक्टर साहब ने कहा था कि ‘याची देहि, याची डोला’ अर्थात इसी आंखों और इसी देह से भारत का भवैतव्य देखूंगा और उनके सपनों का वह भवितव्य राम मंदिर से होकर गुजरता है, जो संघ परिवार के 98 वर्षों के संघर्ष और प्रयत्नो का प्रतिफल है। राम मंदिर का निर्माण राष्ट्र निर्माण है।
प्रांत प्रचारक ने कहा कि राम केवल एक विचारधारा नहीं, सनातन परंपरा और सृष्टि के लिए है। हर समाज संस्था ने आस्था श्रद्धा के साथ मंदिर निर्माण के लिए प्रयास किया, लेकिन विनम्रता और निस्वार्थ बुद्धि से संघ परिवार ने भाव भक्ति परिश्रम से लोक जागरण किया। सुप्त शक्ति को जागृत किया और विश्व हिन्दू परिषद की अगुवाई मे समूचे संघ परिवार ने काम किया, तब जाकर हिन्दू समाज की चेतना से सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को फैसला सुनाया। कहाकि जो न्यायालय तक राम के बारे मे खराब टिप्पणी करते थे, वजूद पर प्रश्न खडे करते थे आज वे भी कह रहे है कि निमंत्रण मिलेगा तो आऊंगा।
प्रांत प्रचारक ने कहाकि 1526 से लेकर अब तक राम मंदिर के लिए 72 बार संघर्ष हुए और साढे तीन लाख हिंदुओं ने अपना बलिदान दिया है। कोठारी बंधुओ शरद कुमार कोठारी और रामकुमार कोठारी की चर्चा के बिना राम मंदिर की चर्चा अधूरी रह जाती है। उन्होंने बताया कि दोनों भाई कोलकाता से चले, मां ने तिलक लगाया और बहन ने आरती उतारकर विदा करते हुए कहा कि अयोध्या जाकर राम काज मे समर्पित हो जाना। दोनों भाई 25 दिनों तक पैदल एवं विभिन्न साधनों से यात्रा कर अयोध्या पहुंचे। जहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, ऐसा कहां जा रहा था वहां चार लाख कारसेवक पहुंच गए। इस बीच छोटे भाई रामकुमार कोठारी ने भगवा ध्वज निकला और जय श्री राम का उद्घोष करके गुंबद पर लगा दिया। वर्दीधारी मुसलमानो ने गोलियां बरसाई और रामकुमार कोठारी बलिदान हो गए।
हाथों में छोटे भाई का शव उठाकर बड़े भाई शरद कुमार ने कहा- “पहले मैं आया, लेकिन धर्म के लिए आहुति तुमने दी भाई, और कुछ ही देर बाद शरद कुमार कोठारी की भी गोली लगने से मृत्यु हो गई। ऐसे बलिदानियों को शत-शत नमन है। कहा कि 20 से 27 दिसंबर तक गुरु गोविंद सिंह के गुरु पुत्रों ने आहुति दिया, उससे सनातन की रक्षा हुई। जब आक्रांताओं ने उनसे कहा कि मुसलमान बन जाओ, इस्लाम स्वीकार कर लो छोड़ दिए जाओगे, तो गुरु पुत्रों ने कहा कि क्या मुसलमान बनने से मृत्यु नहीं होगी। जब मृत्यु निश्चित है, तो जिस धर्म में जन्म लिया है, वहीं प्राण त्याग देंगे। ऐसे बलिदानियों के लिए राम मंदिर सच्ची भावांजलि है, जिनके आहुति से हिंदू जनमानस खड़ा हुआ।
संपूर्ण विश्व से केवल 8-9 हजार लोग ही अयोध्या
विभाग की बैठक को संबोधित करते हुए प्रान्त प्रचारक ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पूरे विश्व से केवल 8 से 9 हजार लोग ही शामिल हो सकेंगे। इस दिन हम सभी को पांच पड़ोस के मंदिर को अयोध्या की तरह सजाना है। छोटे बडे सभो मंदिरो में स्थापित देवी देवताओं के विग्रह के अनुसार अनुष्ठान करना है। 12 से 1:00 के बीच प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के सीधा प्रसारण देखना है और सूर्यास्त के तुरंत बाद प्रत्येक हिंदू परिवार में जितने सदस्य हैं उतने दीपक जला कर दीप उत्सव करना है। बताया कि कार्यक्रम से पूर्व 1 से 15 जनवरी तक गांव नगर के गली मोहल्लों तक प्रत्येक हिंदू परिवार में व्यापक ग्रह संपर्क अभियान कार्यकर्ता चलाएंगे।
उन्होंने बताया कि 27 जनवरी से 4 मार्च तक श्री राम जन्मभूमि न्यास तीर्थ क्षेत्र के अनुसार दर्शन पूजन होंगे आमजन को दर्शन पूजन की सुविधा चार मार्च के बाद ही मिल पाएगी। इसलिए आमजन से अपील है कि 4 मार्च के बाद ही श्री राम लला के दर्शन की योजना बनाएं। बैठक के उपरान्त जनसंपर्क अभियान के टोली से लेकर जनपद तक की सभितियो की जानकारी प्राप्त किया। बैठक मैं प्रमुख रूप से विभाग प्रचारक प्रतोष जी, मिर्जापुर जिला प्रचारक धीरज जी, संघ की दृष्टि से चुनार जिला प्रचारक कमलेश जी, विश्व हिंदू परिषद काशी प्रांत उपाध्यक्ष विद्याभूषण दुबे, विश्व हिंदू परिषद जिला अध्यक्ष रामचंद्र शुक्ल, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्षगण मनोज जायसवाल, अनिल कुमार सिंह, बालेन्दु मणि त्रिपाठी, इंजीनियर विवेक बरनवाल सहित संघ विचार परिवार के विन्ध्याचल विभाग के सैकडो कार्यकर्ता मौजूद रहे।