फरवरी तक जनपद के 200 और कुम्हार भाईयों को मिलेंगे निशुल्क विद्युत चालित चाक: अनुप्रिया पटेल
मिर्ज़ापुर।
“अब तक हमारे कुुम्हार भाई पत्थर के चाक से मिट्टी के सामान बनाते थे, जिसमें काफी मेहनत व समय लगता था, लेकिन अब विद्युतचालित चाक के द्वारा हमारे कुम्हार भाई कम समय व कम खर्च में अधिक उत्पाद कर सकेंगे जिससे उनके आमदनी में भी वृद्धि होगी।” केंद्रीय मंत्री व मिर्ज़ापुर की लोकप्रिय सांसद श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने शुक्रवार को पथरहिया रोड स्थित ग्राम उद्योग कैंपस में आयोजित निशुल्क विद्युतचालित चाक वितरण समारोह के दौरान यह विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने कुम्हार भाईयों को निशुल्क 100 विद्युतचालित चाक का वितरण किया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये केंद्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा कि अपने सांस्कृतिक विरासत व विभिन्न हस्तशिल्पी कलाओं को विकसित करने एवं पारम्परिक कला से जुड़े लोगों को आर्थिक व सामाजिक तौर से मजबूत बनाने के लिये भारत सरकार व राज्य सरकार अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं, उसी के अन्तर्गत कुम्हारी कला के सशक्तिकरण एवं उससे जुड़े कुम्हार भाईयों के आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने के दृष्टिगत सरकार द्वारा निशुल्क विद्युतचालित चाक वितरण किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि अभी 100 लोगों को चाक वितरण किया गया है, परन्तु कार्यक्रम में उपस्थित खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष से मेरे द्वारा अभी-अभी 200 कुम्हार भाइयो के लिये और विद्युतचालित चाक की मांग गई, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार करते हुए देने का आश्वासन दिया है, जिसे फरवरी माह में कुम्हार भाइयों को प्रशिक्षण देकर वितरित कराया जायेगा।
केन्द्रीय मंत्री श्रीमती पटेल ने कहा कि मा. प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अगले 25 वर्षो में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का स्वप्न देखा है और विकसित राष्ट्र की यात्रा को पूरा करने के लिए अगले 25 वर्षों में हमें आत्मनिर्भर बनाना है। उन्होने कहा कि भारत के आत्मनिर्भरता की कहानी हमारे ग्रामीण आबादी की आत्मनिर्भरता के अभाव में पूर्ण नहीं हो सकती, इसलिए हमारे छोटे-छोटे ग्रामोद्योग से जुड़े हुए जनमानस के आर्थिक सशक्तिकरण, आत्मनिर्भरता के लिए भारत सरकार द्वारा तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
आज उसी क्रम में खादी ग्रामोद्योग के माध्यम से कुम्हार सशक्तिकरण योजना का कार्यक्रम चलाया जा रहा है उसमें ग्रामीण और शहरी दोनों ही क्षेत्र में रहने वाले कुम्हार प्रजापति समाज के सशक्तिकरण के लिए समाज से बेहतर ढंग से जोड़ने के लिए और उनकी प्राचीन और पारंपरिक कला है उसे पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि कुम्हार प्रजापति समुदाय के लोग मिट्टी के बर्तन बनाने के कार्य से जुड़े हुए हैं, वह इसी से अपनी आजीविका अर्जित करते आए हैं किंतु पीढ़ियों से हाथ से चलने वाले पारंपरिक पत्थर के चाक का प्रयोग किया है, और इसमें समय के साथ-साथ मेहनत भी अधिक लगती है उत्पादन भी काम होता है इसलिए भारत सरकार ने निर्णय लिया कि जितने भी प्राचीन विरासत हैं उनको सहेजने व संरक्षण करने का कार्य करेंगे और नई प्रौद्योगिकी को उसके साथ जोड़कर समय के साथ उसका विकास भी करेंगे।
भारत सरकार ने कुम्हार समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य से एक नई टेक्नोलाजी का उपयोग करते हुए भारत सरकार देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच कर इलेक्ट्रिक चाक निशुल्क वितरण कर रही है, जिसकी कीमत लगभग 17000 रूपये है। आप सभी लोगो को ये विद्युतचालित चाक निशुल्क प्रदान किया जा रहा है और देश के अलग-अलग कोनों में खादी और ग्रामोद्योग के माध्यम से 27000 लोगों को निशुल्क वितरण किया गया है।
उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि आप सभी लोग इसका बेहतर उपयोग करेंगे इससे आपके समय की भी बचत होगी और उत्पादन भी बढ़ेगा। इस दौरान गरिमामय उपस्थिति में नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर केसरी, राष्ट्रीय सचिव मुन्नर प्रजापति, जिला अध्यक्ष बृजभूषण सिंह, खादी ग्राम उद्योग आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार, डायरेक्टर ग्राम उद्योग एसपी खंडेवाला, जिला महामंत्री हरिशंकर सिंह पटेल, प्रदेश सचिव रामवृक्ष बिंद, प्रदेश सचिव बौद्धिक मंच मुन्नर सिंह पटेल, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार पटेल, विधानसभा अध्यक्ष विजय शंकर केसरी, जोन अध्यक्ष रतन जायसवाल, जोन अध्यक्ष श्याम कुशवाह, श्रीमती नमिता केसरवानी, श्रीमती अर्चना अग्रहरि, उमाशंकर सोनी, आरिफ अली मंसूरी, प्रशांत शुक्ला आदि अनेक लोगों उपस्थित रहें।