0 73 वें दिन भी नहीं हो सका किसानों का धरना खत्म, उच्चाधिकारियों से वार्तालाप कर निर्णय निकाला जाएगा: तहसीलदार
अहरौरा, मिर्जापुर।
भारतीय किसान यूनियन द्वारा वनस्थली महाविद्यालय के पास अस्थाई टोल प्लाजा को हटाने को लेकर सोमवार को किसान 73वें दिन धरना पर बैठे रहे।
73वें दिन किसानों के धरने में पहुंचे चुनार तहसीलदार योगेश्वर शाह, नायब तहसीलदार चुनार संजय सिंह व सीओ मड़िहान अमर बहादुर को भाकियू के किसानों किसानों के समस्या को लेकर 5 सूत्री मांग पत्र ज्ञापन सौंपा।
पूर्व की समस्याओं को देखते हुए यूपी स्टेट हाईवे अथॉरिटी के नियमों के अनुसार 50 किलोमीटर दूर पर ही टोल प्लाजा लगना चाहिए, SH5A वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर अहरौरा वनस्थली महाविद्यालय के पास अस्थाई और अवैध टोल प्लाजा जो डीपीआर में भी नहीं है लीकेज भी बंद हो गया है जो मात्र 16 किलोमीटर पर ही दो टोल प्लाजा लगे है जो नियम के विरुद्ध है, फतेहपुर टोल प्लाजा पर 30 दिन वैधता के रिचार्ज को लागू किया जाए, एक बार टोल शुल्क देने के बाद 12 घंटा तक यात्री वापस आता है तो वही रसीद नियमतः वैधता के श्रेणी में आती है लेकिन फतेहपुर टोल प्लाजा पर वापस आने पर पुनः शुल्क लिया जाता है जो सरासर गलत है, जनपद मे जल जीवन मिशन के लिए बांधो से पानी लिया जा रहा है जिससे सिंचाई में बाधा उत्पन्न हो रही है लिहाजा खाली समय में सोन लिफ्ट परियोजना को चलाकर डोंगिया व अहरौरा बांध को भरा जाए व चुनार डगमगपुर के बीच में गंगा नदी में पंप कैनाल लगाकर जरगो बांध को भरा जाए, जनपद को सूखाग्रस्त घोषित किया जाए, सभी प्रकार की देय वसूली स्थगित किया जाए, व 2022 के खरीफ फसल बीमा का लाभ किसानों के दिलाया जाए।
इस दौरान प्रदेश उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह, प्रदेश महासचिव प्रहलाद सिंह, अनिल सिंह मंडल अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष कंचन सिंह फौजी, चौधरी रमेश सिंह अन्न दाता मंच, वीरेन्द्र सिंह जिला महासचिव, जिला कोषाध्यक्ष स्वामी दयाल सिंह,
जिला उपाध्यक्ष शिवप्रसाद सिंह, अवधेश सिंह, जिला सचिव पंचम सिंह, विश्वनाथ सिंह, मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सिंह, मिडिया प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह, पूर्वांचल सदस्य रामसूरत सिंह, राम सिंगार सिंह, विष्णु दत्त, ब्लॉक अध्यक्ष नारायनपुर ओम प्रकाश सिंह, मंडल उपाध्यक्ष परशुराम मौर्य, रामजी बिंद पुर्व प्रधान, भोला नाथ गिरि, राजबहादुर सिंह, प्रमोद सीसी केसरी, राम अवध, किस्मत कुशवाहा, रामलाल सिंह, नंदलाल पांचाल, प्रमोद मौर्या, विष्णु यादव, जैसराम सिंह के साथ सैकड़ो किसान रहे।