देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक वोट देने को उत्सुक
0 पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक अपने परिवारजनों सहित करेगे मतदान
फोटोसहित
मिर्जापुर।
लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। पूरे देश में चुनाव पर्व को बहुत खूब सूरत बनाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस बीच देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक अपने परिवार जनों सहित वोट करने के लिए उत्साहित है। वोट शत प्रतिशत हो, इसके लिए एनपीएस कार्मिक जन जागरण अभियान चला रहे हैं, ताकि वोट देने से कोई रह न जाए।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों की मांग के लिए देश भर में अनेकों कार्यक्रम आयोजित किए है। कश्मीर से कन्याकुमारी तक पुरानी पेंशन बहाली न्याय यात्रा निकाल कर पूरे देश में एक नया इतिहास लिखा है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने कहा है कि संसद मार्च से लेकर दिल्ली रामलीला मैदान की ऐतिहासिक रैली सहित विधान सभा घेराव मुख्यमंत्री आवास घेराव एक पेड़ पुरानी पेंशन बहाली नाम पर्यावरण संरक्षण माध्यम से एक बड़ा संदेश दिया। हर स्तर से आज पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा देश के कोने कोने तक पहुंचाने का प्रयास किया है आज देश का सबसे बड़ा मुद्दा पुरानी पेंशन बहाली का मुद्दा बन चुका है।
बी पी सिंह रावत ने कहा है कि एक दिन के विधायक सांसद को जीवन भर पुरानी पेंशन और देश के कार्मिकों को एनपीएस काला कानून व्यवस्था पर खड़ा कर दिया है। बी पी सिंह रावत ने जोर देकर कहा है कि जो भी पार्टी पुरानी पेंशन बहाली मांग को घोषणा पत्र में प्रमुखता से शामिल करेगी देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिक और उनके परिवार जन जिनकी सख्या लगभग पांच करोड़ है वे सभी इस बार पुरानी पेंशन के नाम पर वोट करेगे।
देश के लाखो एनपीएस कार्मिकों ने शांति पूर्ण रूप से पुरानी पेंशन बहाली की आवाज को जन जन तक पहुंचाने का काम किया है, जिससे राजस्थान सरकार छत्तीसगढ़ झारखंड और हिमांचल राज्य में पुरानी पेंशन बहाल हुई है।
देश के लाखो एनपीएस कार्मिक पुरानी पेंशन बहाली मांग के लिए निरंतर इस लड़ाई को जारी रखेंगे इसके लिए और बड़ी रणनीति तैयार करेगे।
कोविड काल में देश की सड़को पर देश के कर्मचारी ही थे जिन्होंने संकट के समय देश सेवा में अग्रणी भूमिका निभाई है। स्वास्थ्य कर्मी, सफाई कर्मी, पुलिस कर्मी, डाक्टर, नर्स, सभी सड़को पर थे और विधायक सांसद सभी घरों के अंदर थे।
एक तरफ कहा जाता है कि देश पूरी दुनिया मे मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में तीसरे स्थान पर है। दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन देने के नाम पर राजकोष में पैसा नही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष बी पी सिंह रावत ने जोर देकर कहा है कि शांति पूर्ण रूप से अनेकों आंदोलन करने के बाबजूद भी केंद्र सरकार द्धारा अनसुना करना चिंताजनक रहा है। देश का कर्मचारी देश को सजाने संवारने में अग्रणी भूमिका निभाता है दिन रात देश में अपने जीवन को समर्पित करता है, फिर भी कर्मचारी को मांग को नजरंदाज करना अत्यंत दुखद है। जिससे देश के 85 लाख एनपीएस कार्मिकों में नाराजगी है रोष है अब समय आ गया है। पुरानी पेंशन बहाली मांग के देश के अभी एनपीएस कार्मिक एकजुट होकर करारा जवाब देंगे।