मिर्जापुर।
ज्ञान के अधिष्ठाता, सम्पूर्ण सृष्टि के कर्मों का लेखा जोखा रखने वाले, ब्रह्माण्ड न्यायाधीश, परमपिता ब्रह्मा के मानस पुत्र, कायस्थ समाज के आराध्य कुलाधिदेव भगवान चित्रगुप्त जी के प्राकट्य दिवस चैत्र पूर्णिमा पर स्थानीय बरियाघाट स्थित 122 वर्ष प्राचीन श्री चित्रगुप्त मंदिर पर सामाजिक संस्था “के. एस. पी. ट्रस्ट” द्वारा बड़े ही मनमोहक भजन संध्या का आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम भगवान चित्रगुप्त जी के पूजन व स्तुति द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। तत्पश्चात उपस्थित कलाकारों ने एक से बढ़कर एक उम्दा प्रस्तुतियां देकर सभी श्रद्धालु श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस अवसर पर विभिन्न प्रकार के फूलों से भगवान का बहुत ही आकर्षक श्रृंगार किया गया व पूरा मंदिर परिसर रंग बिरंगी लाईटों व झालर की रोशनी से जगमगा रहा था।
ट्रस्ट के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय प्रमुख, देश विदेश में विख्यात लोकगायिका श्रीमती उर्मिला श्रीवास्तव जी को देश के उच्च अलंकरण “पद्मश्री” से सम्मानित किए जाने पर हर्ष व्यक्त किया गया।
देर रात्रि तक चले इस भजन संध्या कार्यक्रम में प्रसिद्ध भजन गायक भानु प्रताप सिंह, शिव लाल गुप्ता, श्रीमती शैला श्रीवास्तव, पंचम जी, ओ. पी. श्रीवास्तव, रविन्द्र श्रीवास्तव व सरोज देवी इत्यादि ने अपने गायन से उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्यजनों व कलाकारों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. शक्ति श्रीवास्तव द्वारा किया गया, इस भजन संध्या में शहर के अतिरिक्त दूर – दराज के क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से श्री चित्रगुप्त सभा के संरक्षक एड. दिलीप श्रीवास्तव, ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. शक्ति श्रीवास्तव, एड. आनन्द स्वरूप श्रीवास्तव, मनोज श्रीवास्तव, शिवम श्रीवास्तव, पंकज श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, मनोज चित्रांश, रजत श्रीवास्तव, दुर्गा जी श्रीवास्तव, नरेन्द्र श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव, एड. सुधांशु श्रीवास्तव, एड. अभिषेक श्रीवास्तव, दिव्यांश श्रीवास्तव व आनंद श्रीवास्तव इत्यादि प्रमुख रूप से शामिल रहे।