चुनार, मिर्जापुर।
एपेक्स ट्रस्ट इंस्टिट्यूट एवं हॉस्पिटल चुनार प्रांगण में सार्वदेशिक आर्य वीर दल द्वारा पूर्वोत्तर भारत हेतु शाखा नायक श्रेणी का अन्तर्राज्ययी 11 दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ हुआ, जिसमें आर्य समाज के तत्वाधान में आर्ययवीरों के व्यक्तित्व को निखारने के लिए शारीरिक व्यायाम, चारित्रिक एवं व्यक्तित्व विकास हेतु बौद्धिक व्याख्यानों एवं योग द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही आर्ययवीरों को स्वाबलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से एपेक्स ट्रस्ट हॉस्पिटल के चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य संबंधित चिकित्सीय ज्ञान एवं आयुर्वेद, फार्मेसी, नर्सिंग, एवं पैरामेडिकल शिक्षण संस्थानों के प्रवक्ताओं द्वारा चिकित्सीय शिक्षा में करिअर हेतु काउंसलिंग सेशन भी लिया जाएगा। शिविर में विभिन्न प्रदेशों से आए 70 आर्ययवीरों को संबोधित करते हुए एपेक्स के चेयरमैन डॉ एस के सिंह ने कहा कि आर्य का अर्थ श्रेष्ठ है यह कोई जातिसूचक शब्द नहीं है। भारतीय संस्कृति की पहचान आर्यों से ही है और वेद पुराणों में इसे श्रेष्ठ माना गया है।
उपसेनापति व उपप्रधान न्यू दिल्ली आर्य वीर दल दिनेश आर्य, एपेक्स के ट्रस्टी डॉ. एस के सिंह, बगही प्रधान रवींद्र प्रताप सिंह की अगुआई में आर्यवीरों द्वारा मंतरोचारण एवं हवन-पूजन के साथ शिविर को प्रारंभ करते हुए उपप्रधान आर्य वीर दल दिनेश आर्य ने अवगत कराया कि प्रशिक्षण शिविर में अनुशासनिक दिनचर्या को अपनाते हुए कि आर्यवीरों के लिए दिल्ली से आए प्रशिक्षक प्रशांत आर्य, राहुल आर्य, सौरभ आर्य, बगही प्रधान रवींद्र प्रताप सिंह द्वारा 4 बजे भोर में व्यायाम एवं योग प्रशिक्षण, तत्पश्चात शैक्षणिक सत्र, दोपहर का भोजन, विश्राम एवं सायंकालीन सत्र में आत्मरक्षा के लिए लाठी एवं डंडा शस्त्र प्रशिक्षण, बौद्धिक ज्ञान, सांस्कृतिक ज्ञान आदि सत्रों के पश्चात 9 बजे रात्रि भोजन एवं रात्रि शयन की व्यवस्था एपेक्स ट्रस्ट प्रांगण चुनार में की गयी है। इस अवसर पर एपेक्स ट्रस्ट अस्पताल के मुख्य समन्वयक विनोद वर्मा, नवीन सिंह, कौशल सिंह एवं हॉस्पिटल के कर्मचारी आदि उपस्थित रहे।