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संस्कृत भाषा ही भारत को एकता और अखण्डता के सूत्र में बाँध सकती है: पं. रत्नाकर मिश्र

मिर्जापुर।
उ० प्र० संस्कृत संस्थानम् लखनऊ की ओर से आयोजित संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन मंगलवार, 03 सितंबर 2024 को बिनानी सभागार में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर विधायक पं० रत्नाकर मिश्र ने कहाकि उत्तर प्रदेश सरकार संस्कृत भाषा को प्रोत्साहित किये जाने के लिए कटिबद्ध है।

इसको दृष्टिगत रखते हुए प्रदेश के विद्यालयों में “संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता करायी जा रही है। संस्कृत दुनिया की प्राचीनतम् भाषा है। संस्कृत भाषा ही भारत को एकता और अखण्डता के सूत्र में बाँध सकती है। यह भाषा पूरे वसुधा में ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ के धागे में पिरो सकती है।

कार्यक्रम के जनपद संयोजक डॉ० अखिलेश नारायण मिश्र, कार्यक्रम संचालक डॉ० ध्रुवजी पाण्डेय तथा कार्यक्रम की अध्यक्ष प्राचार्य प्रो० वीना सिंह रही। कार्यक्रम में जनपद के सभी माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम संस्कृत गीत, संस्कृत वाचन एवं संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।

जिसमें संस्कृत गीत में प्रथम स्थान राघव द्विवेदी, संस्कृत वाचन में ऋतिक दुबे संस्कृत सामान्य ज्ञान में कार्तिकेय प्रथम स्थान हासिल किया। कार्यक्रमों में लगभग 158 छात्रों ने आवेदन किया, जिसमे 115 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। अन्त में अध्यक्ष प्रो० वीना सिंह ने संस्कृत भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए आगत अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।

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