मीरजापुर |
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन मीरजापुर चैप्टर द्वारा प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया, जिसमें सरकार से मांग की गयी कि प्रदेश मे होल्ड औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड में बदलने की पालसी लागू की जाय | प्रेस वार्ता में IIA के मंडलीय सचिव मोहनदास अग्रवाल ने कहा कि समय के साथ जरूरी हो गया है कि औद्योगिक भूमि को फ्री होल्ड किया जाए | यह कानून ब्रिटिश शासन के दौरान लागू किया गया था, वर्तमान में हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अमृत काल में इस गुलामी के अंश को मुक्ति पाने का संकल्प लिया है |
कहाकि आज इस कानून को बदलने की नितांत आवश्यकता है इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के चैप्टर चेयरमैन मनोज खंडेलवाल ने कहा कि यदि उद्यमी को कोई नया उत्पादन बनाना है, बैंक के लिमिट में बदलाव करना है व बैंक बदलना है तथा उद्योग को ब्लड रिलेशन में हस्तांतरित करना हो तो उनकी अनुमति के लिए उद्यमियों को ऑफिसों के चक्कर काटने पड़ते हैं तथा भ्रष्टाचार का शिकार होना पड़ता है | इस प्रक्रिया को पूरा करने में अधिकारियों का भी बहुमूल्य समय खराब होता है |
प्रेस बार्ता मे बताया गया कि फ्री होल्ड करने से औद्योगिक विकास तीव्र होगा तथा प्रदेश में सकल उत्पाद और राजस्व में वृद्धि होगी जिससे सरकार का एक ट्रिलियन डॉलर का अर्थव्यवस्था का लक्ष्य पूरा होगा | फ्री होल्ड होने से औद्योगिक निवेश के नए अवसर पैदा होंगे तथा नये रोजगार सृजित होंगे फ्री होल्ड करने से जो राजस्व सरकार को मिलेगा उससे सरकार नये औद्योगिक क्षेत्र सृजित कर सकती है, जिससे प्रदेश मे और तेजी से उद्योग लगेंगे तथा प्रदेश का विकास होगा।
देश के विभिन्न राज्यों में जैसे हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम, बंगाल छत्तीसगढ़, कर्नाटक और तमिलनाडु में लीज होल्ड भूमि को फ्री होल्ड बदलने की पॉलिसी लागू है हमारे इंडियन इंडस्ट्री एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नीरज सिंघल ने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया है कि लीज होल्ड भूमि को सशर्त फ्री होल्ड में बदल जाए जिससे भूमि का उपयोग औद्योगिक बना रहे | आज विभिन्न राज्यों की प्रमुख औद्योगिक संगठनों के साथ इस पर विचार विमर्श कर एक आवाज के साथ इस मुद्दे को पूरे देश में उठाया जा रहा है |
इस मुहिम के अंतर्गत IIA द्वारा विभिन्न चैप्टर द्वारा औद्योगिक क्षेत्र सरकारी कार्यालय में तथा प्रमुख स्थानों पर 110 से अधिक जगहों पर लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने की होल्डिंग डिस्प्ले की गई है प्रेस वार्ता में मुख्य रूप से आशीष बुधिया, कल्याण अग्रहरी, सन्तोष अग्रवाल, सचिव अभिषेक अग्रवाल, रतन सिह, संजय रैदानी, विनय पांडे, विष्णु खंडेलवाल, निशान्त अग्रवाल, अमित बरनवाल आदि उपस्थित रहे |