0 आशु का हत्याकर शव मिट्टी में दफना झाड़ियों से छिपा दिया
0 एक माह पूर्व आरोपी सूर्या बालक को बांधकर कुएं में डालने का कर चुका था प्रयास
मिर्जापुर।
जिले के कछवा थाना क्षेत्र के बजहां गांव निवासी 10 वर्षीय बालक की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर शव को गांव के ही बरम बाबा मंदिर के पास जमीन में दफन कर दिया। जघन्य अपराध मे पकडे गए हत्यारोपी ने पूर्व मे भी 50 वर्षीय सुक्खू यादव को सुर्ती न देने पर गले में पेचकस से वार कर घायल कर दिया था और कई दिन तक इलाज बाद सुख्खू स्वस्थ हुए थे।
जानकारी के अनुसार बजहां गांव निवासी सचानू हरिजन का दस वर्षीय पुत्र आशु हरिजन रविवार को बकरी चराने खेत में गया हुआ था। देर शाम घर ना लौटने पर परिजन खोजबीन करने लगे। साथियों से पूछने पर पता चला कि गांव का ही हिमांशु उपाध्याय (सूर्या) पुत्र स्वर्गीय योगेश उपाध्याय उसे जबरदस्ती अपने साथ ले गया है, जिसके बाद परिजनों द्वारा सूर्या के घर जाकर पूछा, तो कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। आशु के परिजनों ने घर में घुसकर खोजबीन करने का प्रयास किया तो सूर्या ने कहाकि हमारे घर पर काहे खोज रहे हो, जाकर उधर ही अपना खोजो, जिसके बाद परिजन पुनः खोजबीन करने लगे तो रात्रि करीब दस बजे पता चला कि शाम करीब पांच बजे सूर्या फावड़ा लेकर बरम बाबा की ओर से आ रहा था।
जब परिजन बरम बाबा के पास पहुंचे पेड़ों की टहनियां एक जगह काफी मात्रा में एकत्रित थी जब लोगों ने टहनियों को हटाया, तो आंखे पलट गई। जहां देखा कि आशु का हत्या कर शरीर को मिट्टी में दफना झाड़ियों से छिपा दिया गया था। जिसकी खबर बस्ती मे जंगल मे आग की तरह फैल गयी। परिजनों ने तत्काल सूचना पुलिस को दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर थाने ले आयी। जहां ग्रामीणों की भारी भीड़ एकत्रित हो गयी, वहीं तत्काल कछवा कस्बा चौकी प्रभारी हत्या आरोपी के घर पहुंचे और आरोपी को पकड़कर थाने लाए। परिजन शव को पोस्टमार्टम करने से रोकने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कछवा के द्वार पर बैठकर धरना प्रदर्शन करने लगे। आरोपी व उसके परिजनों को गिरफ्तार करने व फांसी देने की मांग करते रहे। जिसके बाद थाना कोतवाली देहात, कोतवाली शहर, चील्ह व चुनार के थाना प्रभारी भी दल बल के साथ पहुंच गये। जहां ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण शव को ना ले जाने के लिए अड़े रहे।
सूचना मिलते ही एएसपी नितेश कुमार सिंह व सीओ सदर अमर बहादुर भी पहुंच गये। जिसके काफी समझाने बुझाने व कड़ी मशक्कत के साथ करीब तीन घंटे बाद शव को मर्चरी हॉउस भेजा गया। वही शव को मर्चरी हॉउस भेजते समय ग्रामीणों व पुलिस मे हल्की नोकझोंक भी हुआ। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद का नारा भी लगाया गया, जिसके बाद मौजूद पुलिस बल ने ग्रामीणों को खदेड़ कर भगाया। वही ग्रामीणों द्वारा बताया गया की पूर्व मे भी कई बार आरोपी सूर्या द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम देने का प्रयास किया जा चुका है। बताया की करीब एक माह पूर्व आरोपी सूर्या ने इसी बालक आशु को बांधकर कुएं में डालने का प्रयास कर रहा था कि आसपास के लोगों द्वारा बचा लिया गया था।
आरोपी गांव के और भी बच्चों के साथ इस तरह की घटनाये करने का प्रयास कर चुका है, लेकिन असफल रहा है। मृतक आशु एक बड़ी बहन व तीन भाइयों मे तीसरे नंबर का था। माता, पिता व भाई मजदूरी कर घर का जीवकोपार्जन करते है। वही मृतक के शरीर पर चोट के काफी निशान थे। किसी धारदार हथियार से वार कर घटना को अंजाम दिया गया है। इस घटना से पुरा क्षेत्र दहल उठा। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया है।
मृतक के परिजनों ने आरोपी के घर पहुंच किया तोड़ फोड़
मृतक आशु के परिजन और हरिजन बस्ती के लोगों ने रात्रि 12.30 बजे शव आरोपी के दरवाजे पर रखकर तोड़-फोड़ भी किया। कुर्सियां और दरवाजे पर खड़ी गाड़ियों को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया। यदि आरोपी के घर का कोई सदस्य बाहर होता तो बड़ी घटना घट सकती थी। सूचना पर पहुंचे थाना प्रभारी त्रिवेणी लाल सेन किसी तरह से आक्रामक भीड़ को आरोपी के घर से हटाया। अभी भी किसी समय अनहोनी हो सकती है यह मानकर आरोपी के पुलिस बल और पीएसी तैनात कर दी गयी है।