बीएचयू साऊथ कैम्पस मे 2024 के स्नातक छात्रों के लिए छह-दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम का हुआ समापन मनाया
फोटोसहित
मिर्जापुर।
राजीव गांधी दक्षिण परिसर काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने हाल ही में 2024 के नवागंतुक स्नातक छात्रों के लिए छह-दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम के समापन समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम छात्रों की शैक्षिक यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण को दर्शाता है और इसमें सम्मानित अतिथियों और फैकल्टी सदस्यों की उपस्थिति रही। राजीव गांधी दक्षिण परिसर के नवीन संकुल के व्याख्यान कक्ष में नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं के छह-दिवसीय शिक्षा आरंभ के कार्यशाला के अंतिम दिवस के प्रथम सत्र की शुरुआत छात्र सलाहकार डॉ० कुलदीप बौद्ध की सत्र के द्वारा शुरू किया गया। उन्होंने अपने व्याख्यान मे वर्तमान मे पर्यावरण समस्याओ से अवगत कराया। उन्होंने टिकाऊ विकास के तरीकों एवं फायदों के बारे मे जानकारी दी। डॉ० बौद्ध ने जाहरीले तत्वों और उनके दुसप्रभावों के बारे मे चर्चा की। सत्र के दूसरे वक्ता मुख्य परिसर से पधारे सहायक जनसंपर्क अधिकारी श्री चंद्रशेखर ने छात्र-छात्राओं को सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने छात्रों को ई मेल, सोशल मिडिया, पेशेवर जीवन में उपयोग होने वाले डिजिटल उपकरणों को अपना कर प्रगति मार्ग पर चलते रहने हेतु प्रेरित किया। नवप्रवेशी छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय के डिजिटल मिडिया एवं विभिन्न सुविधाओं से अवगत कराया तथा भविष्य में किसी प्रकार की परेशानी होने पर कैसे अधिकारीयो से अपनी बातें बताएं, इसके बारे में जानकारी प्रदान की।
तत्पश्चात नव प्रवेशी छात्र-छात्राओं ने मनमोहक नृत्य एवं संगीत कला का प्रदर्शन करते हुए कार्यक्रम की प्रस्तुति दी।
द्वितीय सत्र में समापन समारोह कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के संस्थापक पं० मदन मोहन मालवीय जी के प्रतिमा पर माल्यापर्ण एवं कुलगीत के साथ किया मुख्य अतिथि, प्रो० एस.एन. शंखवार, चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक ने प्रेरणादायक संबोधन मे छात्रों को अपनी भविष्य की दिशा के लिए आशीर्वाद दिया और शैक्षिक उत्कृष्टता और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता की महत्ता पर जोर देते हुए विद्यार्थियों को विभिन्न प्रेरणात्मक संस्करणों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के अंदर एक आत्म सम्मान की भावना होनी चाहिए और सभी विद्यार्थियों को एक दूसरे का सम्मान कर अपना उद्देश्य निश्चित करना चाहिए। आचार्य प्रभारी प्रो० विनोद कुमार मिश्र ने भी समारोह में अपने विचार साझा किए। उन्होंने स्वागत सम्बोधन मे नव-प्रवेशी विद्यार्थियों को आभास कराया कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना एक गर्व की बात है। उन्होंने आग्रह किया की नव-प्रवेशी विद्यार्थी मालवीय जी के मूल्यों को आत्मसात करें और शैक्षिक प्रयासों और समग्र विकास के लिए व्यावहारिक सलाह और प्रेरणादायक सुझाव दिए, जिसमें मजबूत शैक्षिक आधार और शोध क्षमताओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा सके। छात्र सलाहकार डॉ० कुलदीप बौद्ध ने छह-दिवसीय अभिविन्यास कार्यक्रम की संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ बातचीत, प्रशासनिक कार्यों की जानकारी, शैक्षिक, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों, स्वच्छता अभियान में भागीदारी भी शामिल थे। विशेष रूप से, छात्रों ने “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण अभियान में भाग लिया, जो पर्यावरणीय स्थिरता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। विगत 6 दिनों में विभिन्न विषय विशेषज्ञ मे काशी हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो० पंजाब सिंह, छात्र अधिष्ठाता प्रो० ए० के० नेमा, प्रो० ऐच० के सिंह, संकाय प्रमुख-कॉमर्स संकाय, डॉ० लालबाबू जायसवाल, प्रो० जीएस द्विवेदी, श्री करण वर्मा, श्री मनीष सिंह, प्रो० विक्रम सिंह, प्रो० अमित राज गुप्ता, विभागाध्यक्ष, गायनी, पशु चिकित्सा विज्ञान संस्थान, प्रो० आशीष सिंह, डॉ० शशीधर, डॉ० मूलचंद पटेल, डॉ० संदीप चौधरी, डॉ० कुलदीप बौद्ध, इत्यादि लोगों ने नवप्रवेसी छात्रों को निर्देशित किया। डॉ० विजय कृष्णा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने अभिविन्यास कार्यक्रम की सफलता में शामिल सभी के प्रयासों को सराहा। समारोह का कुशल संचालन डॉ० रजनी श्रीवास्तव ने किया।
इस अवसर पर छात्रावास समन्वयक एवं उप मुख्य आरक्षाधिकारी डॉ० मनोज कुमार मिश्रा, डॉ० एम. के. नंदी, डी०डी०यू० कौशल केन्द्र के समन्वयक डॉ० बी०एम०एन० कुमार, डॉ० अश्विनी कुशवाहा, डॉ० संदीप चौधरी सहित विभिन्न विभागों एवं विषयों के प्राध्यापकगण एवं नव प्रवेशी विद्यार्थीगण उपस्थित रहे। इस छः दिवसीय कार्यक्रम के आयोजक मंडल के सदस्य डॉ० सविता देवागन, डॉ० कौस्तुभ चटर्जी, डॉ० रजनी श्रीवास्तव, डॉ० विजय कृष्णा, डॉ० राघवेन्द्र रमन मिश्रा, डॉ० अभिनव कुमार सिंह, डॉ० प्रिया सिंह, डॉ० आलोक कुमार, डॉ० सना फातिमा, डॉ० अमबरीश सिंह ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु अपना अभूतपूर्व योगदान दिया। विभिन्न फैकल्टी सदस्यों की उपस्थिति ने राजीव गांधी दक्षिण परिसर में सहायक शैक्षिक माहौल को उजागर किया।