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अपना दल एस ने मनाया कांशीराम का परिनिर्वाण दिवस

0 राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल के निर्देश पर पूरे देश व प्रदेश में अपना दल एस द्वारा मना परिनिर्वाण दिवस

0 उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा और आने वाले पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहेगा: जिला अध्यक्ष

फोटोसहित
मिर्जापुर।
बुधवार, 9 अक्टूबर 2024 को सांसद जनसंपर्क कार्यालय पटेल चौक भरुहना जनपद मिर्जापुर के सभागार में अपना दल (एस) के जिलाध्यक्ष इं० राम लौटन बिंद के अध्यक्षता में मान्यवर कांशीराम जी का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया। जहां पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने मान्यवर कांशीराम जी के चित्र पर पुष्प अर्पण कर श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान जिलाध्यक्ष इंजीनियर राम लौटन बिंद ने कहा कि आज माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी के निर्देश पर देश व प्रदेश के कोने कोने में अपना दल एस के कार्यकर्ता मान्यवर कांशीराम का परिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
जिलाध्यक्ष ने कहाकि काशीराम जी का जन्म 15 मार्च 1934 को पंजाब के रोपड़ जिले में हुआ था। वह एक अनुसूचित जाति से थे और प्रारंभ से ही उन्होंने समाज में जातिगत भेदभाव को महसूस किया। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा  पूरी करने के बाद पुणे स्थित डीआरडीओ में सरकारी लाइब्रेरी असिस्टेंट के रूप में काम किया, सामाजिक असमानता के प्रति जागरूक होने के कारण उन्होंने नौकरी छोड़कर समाज सेवा में खुद को समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कांशीराम जी का जीवन जातिगत भेदभाव और सामाजिक असमानताओं के खिलाफ संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने 1971 में ऑल इंडिया बैकवर्ड और माइनॉरिटी कम्युनिटीज एम्पलाइज फेडरेशन (BAMCEF) की स्थापना की जो शोषित और पिछड़े वर्गों के अधिकारों के लिए काम करती थी। उनका मानना था कि अगर पिछड़े और शोषित वर्गों को उनके हक नहीं मिलेंगे तो समाज में असमानता और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय पिछड़ा और अल्पसंख्यक समुदाय कर्मचारी महासंघ के माध्यम से उन्होंने अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्गों को एकजुट करने का कार्य किया। उनका उद्देश्य इन वर्गों के शोषण को समाप्त करना और उनके संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ना था। यह संगठन सिर्फ नौकरियों के लिए नहीं बल्कि सामाजिक और राजनीतिक अधिकारों के लिए भी संघर्ष करता था। 1981 में कांशीराम जी ने डाल आईटी शोषित समाज संघर्ष समिति DS4 की स्थापना की जिसमें सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर दलितों को और पिछड़े वर्गों के मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि 14 अप्रैल 1984 को बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रेरणा से उन्होंने बहुजन समाज पार्टी की स्थापना की। यह पार्टी दलितों पिछड़ों वर्गों और अन्य शोषण समूह के लिए राजनीतिक अधिकार और सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष करती है, कश्मीर से कन्याकुमारी तक दबे पिछले सुपोषित समाज को एक सूत्र में बांधने के लिए कठिन यात्रा की जिसमें उन्हें बड़ी सफलता मिली।
कांशीराम ने बाबा साहेब अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाया और समाज में जातिगत विषमता के खिलाफ व्यापक जन आंदोलन चलाया। उनका मानना था कि शोषित वर्गों को अपने राजनीतिक अधिकार प्राप्त करने होंगे ताकि समाज में समता समानता और बंधुत्व स्थापित हो सके। पार्टी के विचारधारा और उनके मार्गदर्शन को दर्शाने के लिए कई नारे दिए गए जो बहुजन वर्ग में बहुत लोकप्रिय हुए, “जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी भागीदारी” (राजनीतिक भागीदारी के आधार पर राजनीतिक प्रतिनिधित्व) “वोट से लेंगे पीएम/सीएम आरक्षण से लेंगे डीएम” आदि। उन्होंने जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी का नारा दिया जो सामाजिक न्याय दिशा में एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है।
कांशीराम जी ने दलित और पिछड़े वर्गों को राजनीतिक और सामाजिक रूप से संगठित किया। उन्होंने समाज में जागरूकता फैलाने के लिए निरंतर यात्राएं और जनसभाएं की। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा स्थापित बहुजन समाज पार्टी ने उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में दलितों व पिछड़ों के राजनीतिक अधिकारों के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने कहा कांशीराम जी का निधन 9 अक्टूबर 2006 को हुआ उनका जीवन सामाजिक न्याय और सूचित वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित था। उनकी शिक्षाएं और संघर्ष आज भी समाज के वंचित वर्गों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।  कांशीराम जी ने समाज के वंचित और सूचित वर्गों के लिए संघर्ष किया और उन्हें उनके संवैधानिक अधिकार दिलाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा और आने वाले पीडिया के लिए प्रेरणा का स्त्रोत रहेगा। इस दौरान आईटी मंच प्रदेश उपाध्यक्ष दुर्गेश पटेल, प्रदेश सचिव रामवृक्ष बिंद, जिला उपाध्यक्ष राधेश्याम पटेल, महिला मंच जिला अध्यक्ष श्रीमती नमिता केसरवानी, जोन अध्यक्ष मनोज बिंद, जोन अध्यक्ष रतन सिंह, जोन अध्यक्ष सुखराज पटेल, श्रीमती अर्चना अग्रहरि, श्रीमती पिंकी सिंह, आरिफ अली मंसूरी, डॉ संतोष बिंद, उमाशंकर सोनी, जयप्रकाश निराला, प्रशांत शुक्ला, विमलेश भारती, राहुल ओझा, रोहित सोनकर, नवीन चंद, झारखंडे आदि अनेक पदाधिकारी उपस्थित रहें। उक्त आशय कि जानकारी जिला मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चौहान ने दी।

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