मिर्जापुर।
विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत दुहौंवा गांव में गुरुवार की सायंकाल लगभग चार बजे तालाब में डूबने से तीन बच्चों की मौत हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से तीनों शव को बाहर निकाला गया। डूब रहे एक बालक को बचाने के लिए साथ मौजूद दोनों बच्चियां तालाब में कूद गई थीं। पुलिस ने तीनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके पर पहुंचे एएसपी सिटी नितेश सिंह ने कोतवाल सीपी पांडेय के साथ घटना की छानबीन की।
जानकारी के मुताबिक विंध्याचल कोतवाली क्षेत्र के हर्रई गांव निवासी बबलू मुसहर का सात वर्षीय पुत्र परदेशी बनवासी, स्व. संजय की 12 वर्षीय पुत्री अतवारी व कलेक्टर की 10 वर्षीय पुत्री गिद्दड़ तीनों घर से दो किमी दूर दुहौंवा गांव के यादव बस्ती में खेलने गए थे। बताया जाता है कि बस्ती स्थित एक तालाब के किनारे तीनों खेल रहे थे।
खेलते खेलते अचानक परदेशी तालाब में गिर गया और डूबने लगा। परदेशी को डूबते देख बचाने के लिए अतवारी व गिद्दड़ भी तालाब में कूद गईं। तालाब में तीनों डूबने लगे। चीख पुकार सुनकर बस्ती के लोग तालाब के एक किनारे से दूसरे किनारे तक पहुंचते, तब तक तीनों बच्चे तालाब में डूब चुके थे।
स्थानीय लोगों की मदद से तालाब में डूबे तीनों बच्चों को बाहर निकाला गया। तब तक तीनों बच्चों की मौत हो चुकी थी। स्थानीय लोगों की सूचना पर विंध्याचल कोतवाली पुलिस पहुंच गई। उधर घटना की जानकारी होते ही मृत बच्चों के परिजन भी पहुंच गए।
बच्चों की मौत से परिजनों का रो रो कर हाल बेहाल हो गया। पुलिस ने तीनों बच्चों को विंध्याचल सीएचसी ले गई। चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिए। तब शव को मोर्चरी हाउस भेज दिया गया।
बता दे कि मृतक परदेशी घर का इकलौता पुत्र और मृतका गिद्दड़ और अतवारी भी घर की इकलौती बेटी थी।
बच्चों की मौत से उनकी मां बाप का रो रो कर बुरा हाल हो गया। मृत बच्चों के परिजन पत्ता बेचकर पालन पोषण करते हैं। हरई बस्ती में ही डेरा डालकर रहते हैं। घटना के समय मृत बच्चों के मां व पिता पत्ता बेचने के लिए बाजार निकले थे। उन्हें क्या पता था कि ऐसी घटना हो जाएगी?