News

स्वच्छ पर्यावरण एवं स्वस्थ्य जीवन हेतु वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
फोटोसहित
मिर्जापुर।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा जिलाधिकारी की अध्यक्षता मे संचालित जिला विज्ञान क्लब मिर्ज़ापुर के तत्वावधान मे बुधवार, 16 अक्टूबर को शांति निकेतन इंटर कॉलेज पचोखरा मड़िहान मिर्ज़ापुर मे स्वच्छ पर्यावरण एवं स्वस्थ जीवन हेतु वैज्ञानिक जागरूकता कार्यक्रम मे विभिन्न विद्यालयों के छात्र एवं छात्राओं ने एक रैली निकालकर पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए लोगो को जागरूक किया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह (ग्रीन गुरु) विशेषज्ञ जे पी रॉय, डॉक्टर यस के गोयल, प्रमोद मिश्र ने दीप प्रज्वलित करके किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह (ग्रीन गुरु) ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। जिला समन्यवयक सुशील कुमार पाण्डेय ने परिषद द्वारा जनपद मे जिला विज्ञान क्लब मिर्ज़ापुर द्वारा आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रमों की विस्तार पूर्वक जानकारी दी। योगा विशेषज्ञ शिवराम शर्मा ने स्वस्थ्य जीवन के लिए योग पर जानकारी दी। उन्होंने पानी पीने का सही तरीका, स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए आसन उष्ट्राशन, कमर दर्द एवं एवं सर्वाइकल के लिए भुजंग आसन, शलभ आसन, भ्रामारी, भ्रस्तिका, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, त्रिबंध, अग्निसारआदि आसनों को बच्चों को कराया और उनके लाभ को बताया। विशेषज्ञ प्रमोद कुमार मिश्रा ने स्वस्थ्य जीवन के लिए खाद्य पदार्थो मे मिलावट की जाँच करने के तरिके वताया। दूध मे पानी की मिलावट, खराब होने से बचाने की जाँच, कृत्रिम दूध की जाँच, हल्दी मे मिलावट की जाँच, धनिया पाउडर, मिर्च पाउडर मे मिलावट की जाँच, सबूत हल्दी, काली मिर्च, लौग, इलायची आदि मे मिलावट की जाँच, शहद, घी, खोया, चाय की पत्ती, हींग, चांदी के वर्क मे हानिकारक मिलावट की जाँच, खाद्य तेल, जैसे सरसो का तेल मे आरजीमोंन की मिलावट, मिनरल आयल के मिलावट की जाँच के साथ देशी घी मे बनस्पति घी के मिलावट की जाँच की विधि विस्तारपूर्वक बताई गयी एवं उनका प्रदर्शन करके दिखाया गया। डॉक्टर जे पी रॉय कृषि वैज्ञानिक बीएचयू कृषि विज्ञान केंद्र ने बच्चों को बतायाकि पृथ्वी से हम सभी को पोषण प्राप्त होता है, इसलिए पृथ्वी को हम मा कहते है।षप्रकृति को सम्पूर्णता प्रदान करने के लिए नभ, जल, आग, वायु पृथ्वी मुख्य रूप से योगदान देते है। विगत कई वर्षो से कृषि रसायन के अंधाधुंध प्रयोग करनेसे हमारी भूमि एवं पर्यावरण दूषित होकर जहरीला हो गया है।जिससे मानव कैंसर जैसी घातक विमारियों के शिकार हो रहे।इनसभी के निदान के लिए गौआधारित प्राकृतिक खेती की आवश्यकता है। बच्चों को जीवा मृत बनाने कि विधि बताया। कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर यस के गोयल ने कहाकि आधुनिकता की दौर मे मानव इतना आगे निकल गया है कि वह अपने पारम्परिक अन्न एवं अन्य चीजों को छोड़ कर प्रोसेसद खाद्यो पर निर्भर होता जा रहा है। आज हमे अपने छोटे एवं मोटे अनाजो सावा, कोदो, चीना काकून, बाजरा, ज्वार, मक्का की ओरवापस आने की आवश्यकता है। इसकार्यक्रम मे विभिन्न प्रतियोगिताओ मे प्रतिभागी बच्चों को पुरष्कृत किया गया। स्लोगन मे अर्पिता सिंह प्रथम शांति निकेतन इंटर कालेज, अंशु शुक्ल द्वितीय राजकीय हाईस्कूल राजौहा, रागिनी तृतीय, शुभम मौर्य सांत्वना पुरस्कार, यश सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। समाचार संकलन प्रतियोगिता में निशा कुमारी प्रथम रही। पोस्टर प्रतियोगिता मेकोमल जायसवाल प्रथम लक्ष्मी नारायण इंटर कॉलेज, अनिशा द्वितीय, कल्पना पाल तृतीय, साक्षी तिवारी सांत्वना, सपना सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इस कार्यक्रम 5 विद्यालयों के 542 छात्र एवं छात्राएं प्रतिभगिता की। विभिन्न प्रतियोगिता मे कुल 78 छात्र एवं छत्राएँ प्रतिभगिता की। सभी प्रतिभागी छात्रों को प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जिला विज्ञान क्लब द्वारा आयोजक विद्यालय को विज्ञान किट देकर एवं प्रधानाचार्य को स्मृति चिन्ह देकर सम्मनित किया गया।विद्यालय के प्रधानाचर्य अनिल कुमार सिंह ग्रीन गुरु ने सभी विशेषज्ञो को पौधे देकर सम्मानित किया। इस कार्यक्रम का संचालन संजय श्रीवास्तव ने किया। इस कार्यक्रम मे यथार्थ पाण्डेय, योगेश तिवारी, कड़ेदिन त्रिपाठी ने महत्व पूर्ण सहयोग किया।

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!