पडताल

जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी व पुलिस आीक्षक ने किया जेल का निरीक्षण

0 कैदियों से मिलकर सुनी उनकी समस्यायें-कैन्टीन का किया निरीक्षण
 
Vindhy News Bureau, Mirzapur
जनपद न्यायाधीश सुरेन्द्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी अनुराग पटेल व पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आज संयुक्त रूप से जिला जेल में पहुॅचकर आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान सभी अधिकारी बैरकों में जाकर एक-एक कैदी से ुलाकात की तथा उनके समस्याओं से रूबरू हुये। जिला जज व जिलाधिकारी के पूछने पर कुछ कैदियों के द्वारा बताया गया कि उनके मुकदमें के पैरवी के लिये कोई वकील नहीं हैं जिस पर जनपद न्यायाधीश से कहा कि जिन कैदियों के पैरवरी के लिये वकील नहीं है उनका नाम व अपराध/मुकदमा संख्या लिखकर दियाप्रस्तुत किया जाये ताकि उनकी पैरवी के लिये अधिवक्ता को लगाया जा सके। इस दौरान तीनों अधिकारियों के द्वारा कैदियों के बन रहे खाना का भी निरीक्षण किचेन में जाकर किया गया वहां पर बन रहे सब्जी दाल रोटी का निरीक्षण किया गया जो मौके पर सही पाया गया। निरीक्षण के दौरान महिला बैरक में जाकर महिला कैदियों से भी मुलाकात की गयी तथा उनके समस्याओं के बारे में बबारे में जानकारी ली गयी। इस अवसर पर महिला कैदी के बच्चों को जिला जज व जिलाधिकारी के द्वारा टाफी का पैकेट भी प्रदान किया गया। जानकारी करने पर जेल अधीक्षक ने बताया कि बच्चों को बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा दिये गये अध्यापक के द्वारा पढाया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि जेल में एक टपटेट कम्पनी से सम्पर्क कर इच्छुक कैदियों कारपेट व दरी की बुनाई का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है तथा बुनाई करने वाले कैदियों को उनके कार्य के अनुसार मजदूरी भी मुहैया कराया जायेगा। कालीन बुनाई के लिये रा मैटेरियल सम्बन्धित टपटेट कम्पनी के द्वारा दिया जाता है तथा दरी तैयार होने पर मतदूरी देने के बाद दरी वे स्व्यं ले जाते हैं।
बताया गया कि मीरजापुर जेल में वर्तमान में कुल 716 कैदी हैं जिनमें से 39 मीरजापुर तथा 35 सोनभद्र के महिला कैदी एवं 34 किशोर कैदी निरूद्ध किये गये हैं। अस्पताल में बन्द भर्ती केथ्दयों को चिकित्सक के सलाह पर सेब, केला, करैला की सब्जी, दूध आदि दिया जाता है तथा महिला कैदी के बच्चों को टाफी व दूध प्रदान किया जाता है। इस दौरान अधिकारियों के द्वारा जेल के अन्दर अस्पताल के भर्ती कैदियों का भी निरीक्षण किया गया तथा उनके दवा आदि के बारे में जानकारी ली गयी। जेल चिकित्सक ने बताया कि बार-बार लिखने के बावजूद भी जेल विगत छः माह से कोई सर्जन जॉंच के लिये नहीं आ रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को तत्काल सर्जन को रूटीन में भेजने का निर्देश दिया। इस अवसर पर पूर्ण कालिक सचिव जिला वधिक सेवा प्राषिकरण सलोनी रस्तोगी मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ओ0 पी0 तिवारी, जेल अधीक्षक, व जेलर जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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