चुनार, मिर्जापुर।
तीन दिवसीय नैनागढ महोत्सव कार्यक्रम का आगाज वुद्धवार, 13 नवंबर को देर शाम उत्तरामुखी माँ गंगा के तट पर किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ नगरपालिका चुनार के अध्यक्ष मंसूर अहमद व पूर्व ब्लाक प्रमुख अनमोल सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर एवं फीता काट कर किया गया। तत्पश्चात नृत्य के माध्यम से गणेश स्तुति की गई। इस अवसर पर आयोजित कवि सम्मेलन का शुभारंभ मनोज मधुर के सरस्वती वंदना से हुआ। बनारस से आए नागेश शांडिल्य ने विद्यालय में अध्यापक को कई मामलों में ध्यान रखना पड़ता है, मिड डे मील का भोजन बनवाकर खुद भी खाना पड़ता है, बलिया से पधारी प्रतिभा यादव ने वफ़ा खुलूस के परचम को उठाते रहना, प्यार के गीत को सुनते ओ सुनाते रहना। मेरी आवाज है आवाज प्यार वालों की, मेरी आवाज से आवाज मिलाते रहना सुनाया, रायबरेली से आए मधुप श्रीवास्तव नर कंकाल ने मोहब्बत में इस कदर मटियामेट हो गए, माशूक की शादी हो गई दो दिन लेट हो गए, वह आज भी लग रही है ताजमहल, एक हम हैं पिचके हुए टूथ पेस्ट हो गए सुनाकर सबको हंसाया। मिथिलेश गहमरी, इमरान बनारसी, मनोज द्विवेदी मधुर, सुरेंद्र मिश्र अंकुर, नरसिंह साहसी, अनवर अली अनवर व अन्य कवियों ने काव्य रचना सुनाया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता नगर के कवि आदित्य पदयात्री ने एवं संचालन विकास बौखल ने किया। इसी बीच कार्यक्रम में पहुंचे विधान परिषद सदस्य श्याम नारायण सिंह उर्फ विनीत सिंह का समिति की ओर से माल्यार्पण, अंगवस्त्र एवं मान पत्र भेंट कर स्वागत किया गया।इस दौरान समिति के अध्यक्ष दिनेश सिंह, अखिलेश सिंह, मेजर कृपा शंकर सिंह, आदित्य गुप्ता पदयात्री, शिवकुमार सिंह पटेल, डा0 श्रीप्रकाश श्रीवास्तव, रफीक आलम, सभासद विकाश कश्यप, अफसर अली, आलोक श्रीवास्तव, डॉ बंगलेश पांडेय, कल्याण यादव,सुजीत यादव, सूर्यबली यादव सहित समिति के पदाधिकारी व नगरवासी मौजूद रहे।