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गुरुनानक देव का 555वां प्रकाश पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया; कीर्तन मे भक्तिगीतो की रसधार, तो लंगर मे लोगो ने छका प्रसाद

मिर्जापुर।
गुरु नानक देव जी समाज में फैली अज्ञानता को दूर कर ज्ञान का प्रकाश फैलाने वाले थे। उन्होंने जीवनभर एकता, प्रेम और भाईचारे का दुनिया को संदेश दिया।
इस साल बुधवार, 20 नवंबर को गुरु नानक देव जी महाराज का 555वां प्रकाश पर्व गुरु पुरब के रूप मे मनाया गया, जो 18 नवंबर को अखंड पाठ व 20 नवंबर को समाप्ति अखंड पाठ तक किया गया। इसे प्रकाश पर्व के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी के योगदान और उनके उपदेशों को सम्मानित करने का दिन है।

सरदार ईश्वर सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव जी के आदर्शों और शिक्षाओं के कारण, लाखों लोग उन्हें अपना मार्गदर्शक मानते हैं। उनकी शिक्षाओं में सार्वभौमिकता, भाईचारे, और एकता का संदेश है।
श्रद्धालु गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ में शामिल हुए और विशेष अरदास किये। गुरुद्वारों में लंगर का आयोजन हुआ, जिसमें सभी लोगों को नि:शुल्क प्रसाद प्रदान किया गया।
इस अवसर पर सरदार सतपाल सिंह, अमोलक सिंह, संतोष सिंह, जगत सिंह, जसवीर सिंह, ईश्वर सिंह, कमल सिंह, इंद्रजीत सिंह, जीत सिंह, सुरजन सिंह सहित सिख समुदाय के सैकडो लोग मौजूद रहे।

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