Vimlesh Agrahari
मिर्जापुर।
पूर्वांचल में आयुर्वेद चिकित्सा को नई ऊंचाई पर ले जाते हुए एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड हॉस्पिटल ने एनएबीएच (नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स) द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा में पूर्वाञ्चल की पहली मान्यता प्राप्त की है। पूरे देश में मात्र 9 राज्यों और उत्तर प्रदेश में मात्र 3 आयुर्वेद इंस्टिट्यूट में एपेक्स वेलकेयर ट्रस्ट द्वारा संचालित आयुर्वेद चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और मानकों, विशेष रूप से कायचिकित्सा एवं पंचकर्म जैसे आयुर्वेद के पारंपरिक उपचारों में विशेषज्ञता जानु वस्ती, कटी वस्ती, स्नेहन, स्वेदन, शिरोधरा, पीलिया (कामला रोग), क्षय रोग, श्वसन रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, कौमारभृत्य, स्वास्थ्य वृत्त योग, शलाक्य तंत्र, शल्य तंत्र विभागों हेतु सरकार द्वारा निर्धारित 598 मानकों के गहन निरीक्षण पर खरा उतरने के उपरांत एपेक्स इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसन एंड हॉस्पिटल, चुनार मिर्जापुर को एनएबीएच प्रमाणित किया गया है।
एपेक्स के चेयरमैन प्रसिद्ध हड्डी एवं जोड़ रोग सर्जन प्रो. डॉ. संतोष कुमार सिंह ने एनएबीएच की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह संस्था मरीजों को उनके अधिकारों और गुणवत्तापूर्ण उपचार की गारंटी देने के लिए काम करती है। एपेक्स की निदेशिका डॉ. अंकिता पटेल, डॉ अनुपमा सिंह, वैद्य डॉ पीके सिंह, वैद्य डॉ गौरी चौहान, वैद्य डॉ मनोज, वैद्य डॉ नीलेश, वैद्य डॉ वीरेंद्र, वैद्य डॉ एसपी चौधरी, वैद्य डॉ भवणा, वैद्य डॉ दिलीप के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने एनएबीएच प्रमाणन दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह जानकारी शुभम विश्वकर्मा पीआर एपेक्स ट्रस्ट इंस्टिट्यूट एंड हॉस्पिटल चुनार ने दी है।