14 हजार किमी से अधिक पदयात्रा कर मिर्जापुर पहुचे कृष्णा नायक ने बताई अष्टांग योग की बारीकियां
0 16 अक्टूबर 2022 को योग के प्रति जनजागरण हेतु चार वर्षो के लिए घर से निकले है कृष्णा
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मिर्जापुर।
अष्टांग योग के लिए पूरे दुनिया मे मशहूर कर्नाटक के मैसूर जनपद से देश के विभिन्न हिस्सो मे 16 अक्टूबर 2022 से अनवरत बिना रुके बिना थके लगभग चौदह किलोमीटर से अधिक पैदल यात्रा कर मिर्जापुर पहुचे कृष्णा नायक के हौसल लोगो को हैरत मे डाल सकते है। जी हा, मै बात कर रहा हू पेशे से योगा टीचर मैसूर निवासी कृष्णा नायक की, जो देश भर मे विभिन्न यूनिवर्सिटीज, डिग्री कालेज, इण्टर कालेज, मेडिकल और इंजिनियरिंग कालेजो मे पहुचकर मैसूर से निकलकर देश भर मे फैली अष्टांग योग सहित न सिर्फ योग के उपक्रम की जानकारी दे रहे है, बल्कि छात्र छात्राओ और समाज को उसका अभ्यास भीशचरा रहे है। इसी क्रम मे आरएसएस के मिर्जापुर नगर प्रचारक राजेन्द्र प्रथम के नेतृत्व मे सोमवार, 9 दिसंबर को बीएचयू के साथ कैम्पस बरकछा मे समस्त शैक्षिक स्टाफ सहित छात्र छात्राओ को एवं बुधवार, 11 दिसंबर को लायंस स्कूल मे प्रधानाचार्य एनके पाण्डेय की अध्यक्षता मे, पीएमश्री राजकीय इण्टर कालेज मीरजापुर मे प्रभारी प्रधानाचार्य जय सिंह एवं नीरजा कान्त पाण्डेय के देखरेख मे एवं जीडी बिनानी पीजी कालेज मे प्रधानाचार्य प्रोफेसर वीना सिंह एवं कालेज के एकाउंटेंट ओपी पाण्डेय के देखरेख मे योगा प्रोफेसर की उपस्थिति मे योग के प्रति छात्र छात्राओ सहित विद्यालय के समस्त स्टाफ को जागरूक किया। साथ ही सूर्य नमस्कार, आसन, प्राणायाम कराते हुए मेडिटेशन एवं विद्यार्थियो के बौद्धिक विकास के लिए अष्टांग योग के बारे मे विस्तार से चर्चा किया।
राजकीय इंटर कॉलेज मिर्जापुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर प्रचारक राजेंद्र प्रथम के सहयोग से योग शिक्षक कृष्णा नायक का प्रार्थना सभा में स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
प्रभारी प्रधानाचार्य संजय सिंह ने उनका माल्यार्पण एवं स्वागत किया। नीरजाकांत ने सभा का संचालन एवं उनकी यात्रा वृतांत का वर्णन किया। अन्य सभी शिक्षक गण रमेश चंद, कमलेश कश्यप, रमाशंकर, श्रीमती अर्चना शाह आदि भी उपस्थित थे। वे पूरे भारत के राज्यों तथा नेपाल भूटान आदि देशों का भ्रमण पदयात्रा के माध्यम से कर चुके हैं। इसके साथ ही योग के विषय में लोगों को जागरुक कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों को योग के लाभ एवं महत्व के बारे में विस्तार से बताया। छात्र जीवन में उपयोगी योगासनों एवं प्राणायाम का अभ्यास भी कराया। सूर्य नमस्कार, वृक्षासन, ताड़ासन भस्त्रिका आदि का उन्होंने सामूहिक अभ्यास कराया। कार्यक्रम अत्यंत ही प्रभावी एवं आकर्षक रहा। इससे छात्र जीवन में एकाग्रता अनुशासन आदि गुणों का विकास सुलभ हो जाता है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से आरएसएस के मिर्जापुर नगर प्रचारक राजेंद्र प्रथम, सत्य प्रकाश राय, आशीष सहित भारी संख्या मे लोग शामिल हुए।
इनसेट मे….
योग मानव जीवन व सभ्यता के लिए है वरदान: कृष्णा नायक
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मिर्जापुर। कर्नाटक प्रदेश के मैसूर जिले से योग अपनाने एवं पर्यावरण संरक्षण की चेतना के जागरण को लेकर दर्जन भर राज्य सहित नेपाल व भूटान सहित पूरे भारत की पैदल यात्रा पर 16 अक्टूबर 2022 को पूर्व क्रिकेटर जवागल श्रीनाथ के द्वारा हरी झंडी दिखाकर निकले योग प्रशिक्षक कृष्णा नायक बीते
दो वर्षों में भारत के पं बंगाल, केरला, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, त्रिपुरा, असम, छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बिहार आदि 20 राज्यों को यात्रा करते हुए रोज करीब 30 से 40 किलोमीटर की यात्रा लगातार कर रहे हैं। बीते 2 वर्षों मे करीब 14 हजार किमी से अधिक की पद यात्रा कर चुके कृष्णा नायक देश के प्रमुख शक्ति पीठो मे से एक विन्ध्य नगरी मे पहुंचे है। जहां पर तमाम बुद्धिजीवियों से उनकी मुलाकात हुई। बुद्धिजीवियों से मिलकर योग और पर्यावरण पर लोगों को जागरूक करने का संदेश भी दे रहे है। उन्होंने वार्ता करते हुए कहां कि योग के माध्यम से पूरे देश के लोगों में यह चेतना जागृत करनी है कि हर आयु हर वर्ग के लोग नियमित योग करके स्वस्थ शक्तिशाली हो सके है तथा यह आह्वान किया कि लोग ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाकर, देश के पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपनी भूमिका का निर्वाहन करे। बता दे कि 12 जून 1989 को मैसूर के उडबुरु में पैदा किसान दम्पति माता महादेव अम्मा तथा पिता रामनायका की एकलौती संतान कृष्णा नायक बीएससी पास करने के उपरांत योग प्रशिक्षण लिया। आगे कृष्णा नायक ने बताया कि हम आभारी है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का, जिनके कारण आज योग पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुआ। कृष्णा बताते है कि यात्रा के दौरान हमे हिन्दी बोलने, पढ़ने और लिखने का ज्ञान प्राप्त हुआ है। जिससे मुझे अपार खुशी मिली है। यात्रा के दौरान जगह जगह स्कूल कालेजों में योग का प्रशिक्षण दे रहे कृष्णा नायक कहते हैं मेरे लक्ष्य में देश के सारे छात्र छात्राएं है, जिनके माध्यम से सभी लोग योग से जुड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि योग मानव जीवन व सभ्यता के लिए वरदान है। योग से शरीर ही नहीं मन को भी स्वस्थ किया जा सकता है और प्रभु की प्राप्ति भी योग के माध्यम से संभव हो सकती है।