0 हिन्दुस्थान समाचार की उपस्थिति व स्वीकार्यता पूरे भारत में : शंकराचार्य
0 हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी का अंग सदैव से रहा : पी एन द्विवेदी
Vimlesh Agrahari
Prayagraj.
महाकुम्भ मेला के परेड में रविवार की सायं हिन्दुस्थान समाचार कैम्प कार्यालय का भूमि पूजन एवं उद्घाटन पूरे विधि विधान से हुआ। इस अवसर पर हिन्दुस्थान समाचार समूह के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द भालचंद मार्डीकर ने कहा कि यह न्यूज एजेंसी सन् 1948 से स्थापित है। पहले यह 12 भाषाओं में थी। आज कुल 15 भाषाओं हम समाचार दे रहे हैं।
भूमि पूजन के उपरान्त अध्यक्ष ने सभी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि आज मैं तीर्थराज प्रयाग आया और शंकराचार्य की उपस्थिति में एक सुंदर पारिवारिक कार्यक्रम हुआ।
उन्होंने बताया कि 15 नवम्बर को मलयालम, 12 दिसम्बर को तमिल एवं 25 दिसम्बर को देववाणी संस्कृत भाषा जुड़ गयी है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रतिनिधि यहां के पल-पल की खबरें देते रहेंगे। हमारे जो उपभोक्ता हैं उन्हें तो खबरें मिलेगी, साथ में महाकुम्भ की खबरें पूरे देश में प्रचारित-प्रसारित होती रहेगी। उन्होंने आशा व्यक्त किया कि हमारी टीम पूरे मनोयोग से अपने दायित्वों का निर्वहन करेगी।
गोवर्धन मठ पीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ महाराज ने कहा कि हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषीय न्यूज एजेंसी की उपस्थिति एवं स्वीकार्यता भारत के कोने-कोने एवं छोटे-छोटे राज्यों में भी एजेंसी की सेवा सभी को स्वीकार्य है। आम आदमी की भावनाओं को समझ रही है और उसे आम जनमानस तक पहुंचा रही है।
उन्होंने कहा कि अखण्ड भारत के देशों में मैंने भ्रमण किया, वहां भी इसकी सेवा कई जगहों पर मिली। अब कुम्भ में सबसे बड़ा समागम हो रहा है। जो 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। इसमें दुनिया भर के सनातनी आयेंगे और विभिन्न प्रकार के वैदिक, सनातन, संत समागम होगा। हिन्दुस्थान समाचार का यहां शुभारम्भ हो रहा है। इनके पत्रकार यहां के साधू-संतों, धर्म गुरूओं के विचारों को पूरी दुनिया में पहुंचायेंगे।
विशिष्ट अतिथि राज्य सूचना आयुक्त पी एन द्विवेदी ने कहा कि मैं तो हिन्दुस्थान समाचार का अंग रहा हूं और आज भी अपने का सदस्य मानता हूं। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्थान समाचार समूह के अध्यक्ष अरविन्द भालचंद मार्डीकर ने बताया कि पहले यह एजेंसी 12 भाषाओं में थी और अब संस्कृत, तमिल एवं मलयालम को मिलाकर 15 भाषाओं में हो गयी है, जो पूरे देश में प्रसारण करेगा और पूरी दुनिया में जायेगा। उन्होंने कुम्भ के बारे में कहा कि समुद्र मंथन तो सभी जानते हैं। जिसमें अमृत कलश निकला था। वही अमृत कलश तीर्थराज प्रयाग, हरिद्वार, उज्जैन व नासिक में छलका था। जहां हर छह वर्ष में कुम्भ मनाया जाता है। फिलहाल प्रयाग में बिना आमंत्रण के पूरी दुनिया के श्रद्धालु डुबकी लगाने आते हैं और चले जाते हैं। ऐसी है हमारे तीर्थराज प्रयाग की महिमा।
इस अवसर पर आरएसएस के क्षेत्र प्रचार प्रमुख सुभाष, सुप्रसिद्ध गायक मनोज कुमार गुप्ता, डा. विवेक निगम, न्यूज एजेंसी के राष्ट्रीय समन्वयक राजेश तिवारी, शिव गोपाल, रीतेश, डा. रणजीत सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।