मिर्जापुर।
पोस्टमार्टम हाउस में शव बदले जाने के मामले में समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चैधरी ने पार्टी कार्यालय लोहिया ट्रस्ट में पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि इस मामले में प्रशासन दोषी है। उन्होने कहा कि शव को जब पोस्टमार्टम हाउस से परिजनों को सौंपा गया तो बकायदे जाँच कर लेना चाहिये था। जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिये। उन्होने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन दोषी है। शव जब भी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया जाय उसकी बकायदे नाम लिखा जाय, कौन सा शव किसका परिजन के परिवार का है। समाजवादी पार्टी मामलें को गम्भीरता से लिया है, कहा कि तीन जनवरी को मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले के निवासी अमीश गुप्ता पंजाब से घर लौटते समय चुनार के पास ट्रेन से गिर गए। इससे उनकी मौत हो गई। उनका शव अज्ञात मानकर पोस्टमार्टम हाउस में रखा गया। तीन जनवरी को पड़री के पुतरिहा गांव निवासी गुलेश बिंद की सड़क हादसे में मौत हो गई। तीन जनवरी को गुलेश के परिजनों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शव की पहचान कर घर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। चार जनवरी को अमीश गुप्ता के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे तो पता चला कि उसका शव वहां नहीं है। जांच में पता चला कि पड़री में हुए हादसे में मृत गुलेश बिंद की जगह अमीश गुप्ता के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।