0 राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम जयश्री अग्रहरि ने समाज को एकता के सूत्र मे पिरोने का दिया संदेश
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर।
अग्रहरि वैश्य समाज मिर्जापुर के तत्वावधान मे होली मिलन समारोह का आयोजन रविवार को नगर के तेलियागंज स्थित अग्रहरि धर्मशाला मे समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम मे समाज के लोगो ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर होली की हार्दिक शुभकामना दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम जयश्री अग्रहरि, संरक्षक मंडल अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रहरि, संरक्षक ठाकुर प्रसाद, लाल बहादुर, जिलाध्यक्ष रमेश अग्रहरि, प्रदेश मंत्री विमलेश अग्रहरि, जिला महामंत्री रूपनरायन अग्रहरि द्वारा महाराज अग्रसेन की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया तत्पश्चात सभी ने एक दूसरे को होली की बधाई दी।
समाज के लोगो को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम जयश्री अग्रहरि ने सभी को होली की बधाई देते हुए कहा कि समाज के प्रत्येक सदस्य विभिन्न पर्व मे अवश्य हिस्सा ले। बताया कि होली का यह पर्व आपसी सौहार्द प्रेम भाईचारे का पर्व है। समाज को एकता के सूत्र मे पिरोने के साथ ही राजनीति के क्षेत्र मे अग्रहरि समाज को एक अलग स्थान दिलाना है। आज देश के विभिन्न राज्य एवं जनपद मे अग्रहरि समाज सहित वैश्य समाज का बहुतायत होने के बावजूद राजनीति मे हमेशा सम्मानजनक सीटे नही मिल रही है।
समाज के लोगो का आह्वान किया कि वे अपने एकता की आवाज का आगाज करे और गांव से शहर ही नही, अपितु जनपद, प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले समाज के विभिन्न कार्यक्रम मे बढचढकर हिस्सा लेने का काम करे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संरक्षक मंडल के अध्यक्ष ओम प्रकाश अग्रहरि ने सभी को होलि की बधाई देते हुए कहा कि शीघ्र ही नयी कार्यकारिणी का गठन करके समाज को और अधिक ऊर्जा के साथ गति प्रदान किया जाय।
अध्यक्ष रमेश अग्रहरि ने कहा कि वर्ष 2019 का राष्ट्रीय सम्मेलन मिर्जापुर मे आयोजित किया जाएगा, जिस पर स्वीकृति प्रदान करते हुए राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि उक्त कार्यक्रम मे धन की कमी आडे नही आने दी जाएगी।
कार्यक्रम को प्रदेश मंत्री विमलेश अग्रहरि, जिला महामंत्री रूपनरायन अग्रहरि, संरक्षक लाल बहादुर अग्रहरि आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर जिला कोषाध्यक्ष महाबीर प्रसाद अग्रहरि, संरक्षक अशोक अग्रहरि, बृजेश अग्रहरि बादल, मयंक अग्रहरि, दयाराम अग्रहरि, आनंद अग्रहरि; मुन्नी देवी अग्रहरि, रवि अग्रहरि, मोहन लाल अग्रहरि, अजय अग्रहरि समेत अग्रहरि समाज के सैकडो लोग मौजूद रहे।