श्रीराम लक्ष्मण जानकी अनुपम हनुमान मंदिर से प्राचीन एवं बेशकीमती मूर्तियों की चोरी
0 सीओ सदर, एसओजी टीम व क्राइम ब्रांच ने की घटना की जांच, पड़ताल कर जल्द घटना के खुलासा का दिया आश्वासन
0 कही बाबाओ के आपसी विवाद में तो नही हुई मूर्तियों की चोरी
फोटो सहित
पड़री, मिर्ज़ापुर।
जिले के पड़री थाना क्षेत्र के कठिनई गांव स्थित श्री राम लक्ष्मण जानकी अनुपम हनुमान मंदिर से हौसला बुलंदचोरों ने सोमवार की रात राम, लक्ष्मण और जानकी की अति प्राचीन एवं बेशकीमती मूर्ति चोरी कर उठा ले गए। इस घटना से क्षेत्र के आस्थावान लोगों में असंतोष व्याप्त है। उनका कहना है कि पहले तो चोर सामान चुराते थे, लेकिन अब भगवान को भी नहीं बख्श रहे है। मूर्तियां चोरी की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।
जानकारी के मुताबिक कठनई गांव स्थित श्री राम लक्ष्मण जानकी अनुपम हनुमान मंदिर में चोरों ने मंदिर का ताला खोलकर मंदिर के अंदर स्थापित वजनी अतिप्राचीन बेशकीमती मूर्ति चोर उठा ले गए। मंदिर में हर दिन की भांति जब मंदिर के सेवादार राजेश यादव पूजा पाठ करने मंगलवार को सुबह पहुंचे, तो मूर्ति गायब देख अचंभित रह गए। इसकी सूचना सेवादार व पुजारियों द्वारा प्रयागराज संगम स्नान करने गए महामंडलेश्वर जयराम दास जी महाराज को दी गई। शाही स्नान होने से उन्होंने अपने शिष्य वंशी बाबा को कठीनई स्थित आश्रम भेजा। वंशी बाबा द्वारा थाने में दी गई तहरीर में बताया गया है कि मंदिर से श्रीराम, लक्ष्मण एवं माता जानकी की अति प्राचीन बेशकीमती मूर्तियां अज्ञात व्यक्तियों द्वारा चोरी कर ली गई हैं। घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी सदर अमर बहादुर, थानाध्यक्ष पड़री दयाशंकर ओझा एवं एसओजी प्रभारी, सर्विलांस की टीम मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल में जुटी हुई है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर ने बताया कि आश्रम की तरफ से चोरी की तहरीर मिली है मुकदमा पंजीकृत कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। खुलासा जल्द ही किया जाएगा।
इनसेट में….
ताला तोड़कर नही बल्कि ताला खोलकर की गई मूर्तियों की चोरी
कठिनई स्थित श्री राम लक्ष्मण जानकी अनुपम हनुमान मंदिर से अतिप्राचीन बेशकीमती मूर्तियों की चोरी मंदिर का ताला तोड़कर नही, बल्कि खोलकर चोरी होने से मंदिर से जुड़े आस्थावानों में यह बात समझ मे नही आ रहा है की आखिर अज्ञात उन ब्यक्तियो को मंदिर का चाभी कैसे मिला। यह एक सवालिया निशान है, जो लोगो के समझ से पड़े है।
आश्रम के महामंडलेश्वर जयराम दास बाबा एवं महन्त बंसीबटा नंद एवं बंसीबाबा दोनों लोग प्रयागराज स्थित कुम्भ मेले में शांही स्नान व कुम्भ मेला में जाने के बाद ही मंदिर से अज्ञात ब्यक्तियो द्वारा मूर्तियों का चूरा ले जाना। कही बाबाओ का आपसी विवाद के कारण तो नही है।
बता दें कि बीते वर्ष माह फरवरी 2024 को इसी मंदिर में बाबाओ के विवाद में बम ब्लास्ट का भी घटना हो चुका है। उसके कुछ दिन पहले वहाँ पर बाबाओ के विवाद को लेकर प्रशासन द्वारा दो शिफ्ट में होमगॉर्ड की ड्यूटी भी लगाई गई थी, जो की चार माह बाद वहाँ से होमगार्डो को ड्यूटी से हटा भी दिया गया था।