0 अब तक 10 लाख से अधिक थाली और 22 लाख से अधिक थैला देश भर से पहुंचा प्रयागराज
0 मिर्जापुर से जा रहा 3 हजार थाली और 5 हजार थैला
मिर्जापुर।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी प्रांत के प्रांत पर्यावरण प्रमुख कृष्ण मोहन जी ने कहाकि दिव्य-भव्य महाकुंभ-2025 को कचरा मुक्त और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के हो रहे तमाम प्रयासों के बीच संघ पूरे देश में एक थाली-एक थैला अभियान चला रहा है। इसका उद्देश्य महाकुंभ मेले में अधिक से अधिक थैला और थाली के प्रयोग पर बल दिया जाना और भारतीय संस्कृति के अनुकुल वसुधैव कुटुम्बकम का भाव जागरण है।
इसकी जरुरत इसलिए पडी की कुम्भ मेले में 40-50 हर टन कचरा की संभावना है, जिससे न सिर्फ मेला क्षेत्र बल्कि माँ गंगा, माँ यमुना और प्रयाग की भूमि पर प्लास्टिक थर्मोकोल कचरा हो सकता है। ऐसे में महाकुंभ को कचरा मुक्त बनाने या न्यूनतम कचरा हो और महापुरुषों के स्वच्छ भारत का संकल्प भी साकार हो, इसके लिए कुम्भ मेले में देश के लाखों स्वयंसेवक देश भर से हरित थैला और स्टील थाली भेज रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अब तक महाकुम्भ मेले में 10 लाख से अधिक थाली और 22 लाख से अधिक थैले पहुंच चुके हैं। संघ की दृष्टि से मिर्जापुर जिले से 3000 थाली और 5000 थैला महाकुंभ में भेजा जा रहा है। जिसमें से यहां से 40 प्रतिशत थाली थैला जा भी चुका है। यह बातें प्रांत पर्यावरण प्रमुख ने नगर के दुर्गा बाजार स्थित संघ कार्यालय केशव धाम के सभागार में पत्रकार वार्ता में कहा।
प्रांत पर्यावरण प्रमुख कृष्ण मोहन ने कहा कि महाकुंभ मेले में आरएसएस ने एक स्लोगन दिया है- “कुम्भ को न करें मैला, प्रयोग में लाए थाली और थैला”, और इस स्लोगन को साकार रूप देने के लिए देश भार में संघ स्वयंसेवक थाली थैला संग्रह कर मेले में भेज रहे हैं। अनुमान के मुताबिक महाकुंभ में 40 से 50 हजार टन प्लास्टिक और थर्मोकोल का कचरा उत्पन्न होने की संभावनाएं हैं।
कचरा मुक्ति और गंगा यमुना के स्वास्थय के दृष्टिगत यह अभियान चलाया गया है। बताया कि मेले में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को प्रसाद भोजन आदि मठों एवं अखाड़ों द्वारा थर्मोकोल या प्लास्टिक में ना कराया जाए और लोग प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग ना करें। इसके लिए सभी को थाली और थैला निश्शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा है। इस अभियान में देश भार के स्वयंसेवक तन मन धन से सहयोग भी कर रहे हैं।
पत्रकार वार्ता के दौरान सह जिला कार्यवाह नीरज द्विवेदी, जिला पर्यावरण प्रमुख संजय सेठ, सह नगर कार्यवाह रितेश मौजूद रहे। संचालन नगर प्रचार प्रमुख विमलेश अग्रहरी ने किया।