विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर।
इलाहाबाद बैंक से संबद्ध इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक का नाम बदलकर अब आर्यावर्त बैंक हो गया है। बता दे कि सर्वप्रथम इस बैंक का नाम विंध्यवासिनी ग्रामीण बैंक था, इसके बाद इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक नाम पड़ा और अब एक अप्रैल से इस बैंक का नाम आर्यावर्त बैंक हो गया है।
बताते चलें कि यह बैंक इलाहाबाद बैंक से संबध्द थी। उस समय 11 जिले इस बैंक से संबंध थे। अब आर्यावर्त बैंक होने के कारण 26 जिलों की संबद्धता हो गई है। क्षेत्रफल बड़ा होने से बैंक का कामकाज भी बड़ा हो गया है। इसमें लखनऊ, आगरा, बांदा, हमीरपुर, सीतापुर, मथुरा, मिर्जापुर बिजनौर सहित 26 जिले इस बैंक से जुड़ गए हैं। बैंक का कामकाज बड़ा होने के कारण क्षेत्रीय ग्रामीणों एवं ग्राहकों में भी हर्ष का बाजार गर्म है। ग्राहको का कहना है कि पहले कुछ ही जिलों में इस बैंक का नाम देखने के लिए मिल रहा था। बाहर नौकरी तथा कामकाज में रहने के बावजूद इस बैंक न होने के कारण पैसे का आदान-प्रदान भी मुश्किल हो जाता था। प्रदेश के 26 जिलों में इस बैंक की शाखाएं खुलने के कारण ग्राहकों को परेशानियों से भी निजात मिल जाएगी।
इस संबंध में रिजनल मैनेजर एके श्रीवास्तव ने बताया कि इलाहाबाद यूपी ग्रामीण बैंक का नाम एक अप्रैल से बदलकर आर्यावर्त बैंक हो गया है तथा बैंक आफ इंडिया से संबद्ध भी कर दिया गया है। आर एम श्री श्रीवास्तव ने बताया कि लगभग साढे तेरह हजार शाखाओ वाले आर्यावर्त बैंक से समामेलन हो जाने से न केवल ग्राहक सेवा मे विस्तार होगा बल्कि भविष्य मे अच्छी योजनाओ का लाभ भी ग्राहको को मिल सकेगा।
आर एम श्री श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार द्वारा जारी असाधारण राजपत्र संख्या – 338 दिनांक 25.01.2019 के अनुसार ग्रामीण बैंक ऑफ़ आर्यावर्त एवं इलाहाबाद यू. पी. ग्रामीण बैंक को समामेलित किया गया है जो, दिनांक 01.04.2019 से आर्यावर्त बैंक के नाम से कार्य करना प्रारम्भ कर दिया है।
उन्होंने कहा कि अपने ग्राहकों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि बैंक का नाम बदले जाने से उन्हें बैंक खातों अथवा बैंक सुविधाओं को लेकर किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। उनको समस्त बैंकिंग सुविधायें पूर्ववत मिलती रहेंगी तथा भविष्य में जन आकांक्षाओं के अनुरूप और बेहतर होंगी।