0 सात स्वास्थ्य इंकाईयां प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत
0 डी0एम0 ने स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रगति की समीक्षा
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज. जिलाधिकारी अनुराग पटेल की अध्यक्षता में आज कलेक्ट््रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक कर स्वास्थ्य सुविधाओं के प्रगति की समीक्षा की गयी। इस दौरान कायाकल्प अवार्ड योयजनान्तर्गत बताया गया कि जनपद में इस योजना के अन्तर्गत जनपद की सात स्वास्थ्य ईकाइयां प्रदेश स्तर पर पुरस्कृत की गयी जो पदेश के जनपदों में मीरजापुर सर्वाधिक है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ओ0पी0तिवारी ने जिलाधिकारी को जानकारी देते हुये बताया कि जनपद मीरजापुर में वर्ष-2019-20 कायाल्प अवार्ड योजना के अन्तर्गत पुरस्कार के लिये चयनित की स्वास्थ्य इंकाइयों में जिला मण्डलीय चिकित्सालय एवं जिला महिला चिकित्सालय जिनका स्कारे प्रदेश में क्रमशः 74.2 व 70.6 पर रहा इन दोनों चिकित्सालयों को 3-3 लाख रू0 धनराशि पुरस्कार के रूप में आवंटित किया गया है। इसी प्रकार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुनार को दो लाख, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चुनार को 50 हजार, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गुरसण्डी को दो लाख,, चील्ह एवं विजयपुर को 50-50 हजार रूप्ये की धनराशि से पुरस्कृत किया गया है। है। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रगति बढाने का निर्देश दिया गया तो वहीं जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम में 95 प्रतिशत की प्रगति बतायी गयीं। परिवार कभ्ल्याण कार्यक्रम की भैतिक समीक्षा के दौरान माह अप्रैल 2019 तक की भैतिक समीक्षा के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र राजगढ, चील्ह, विजयपुर तथा कछंवा के कम प्रगति पर नाराजगी व्यक्त की गयी। समीक्षा बैठक में प्एमएमवीवाई, राष्ट््रीय अन्धता नियंत्रण कार्यक्रम, पीसीपीएनडीटी एक्ट1994 का क्रियान्वयन, टीकाकरण की प्रगति,वेक्टर जनित रोग,एम्बुलेन्स सेवाओं की स्थिति,पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय रोग, आकिद कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा बिन्दुवार की गयी जिसमें प्रगति लाने का निर्देश दिया गया। बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के वित्तीय समीक्षा के दौरान माह अ्रैल में प्राप्त बजट के अनुसार व्यय एवं भुगतान के बारे में जानकारी के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि प्राप्त बजट का सदुपयोग समय से करें ताकि आने वाले मरीजों को सुविधा प्रदान किया जा सके। इस दौरा आशाओं के स्वास्थ्य सेवाओं के लिये भुगतान की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जब स्वास्थ्य कार्यक्रमों में आशाओं के साथ आंगनवाडी कार्यकत्री भी साथ-साथ सहयोग करती है तो उनके लिये भी आशा कार्यकत्रियों की तरह मानदेय देने के लिये शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाये ताकि वे और लगन व मेहनत के साथ कार्य करें। जब कि दोनों के साथ कार्य करने पर केवल स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आशा को ही मानदेय दिया जाता है । जिलाधिकारी ने अधिकारियों से यह भी कहा कि कुपोषण को मुक्त ककरने के लिये अधिकारियों के द्वारा जो गांव गोद लिये गये हैं वे अपने-अपने गांवों में भ्रमण कर जिला कार्यक्रम अधिकारी को अपना रिपोर्ट उपलब्ध करा दें। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डा0ओपी0 तिवारी, के अलावा सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के एम0ओ0आई0सी0 व उप मुख्य चिकित्साधिकारीगण, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।