0 छत्तीसगढ़ में बियार समाज को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त है
0 उत्तर प्रदेश में बियार समाज का आर्थिक, शैक्षणिक, राजनैतिक एवं सामाजिक स्तर काफी खराब है: अनुप्रिया पटेल
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज।
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं जिले की सांसद अनुप्रिया पटेल ने केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा को पत्र लिखकर बियार समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की हैं। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि उत्तर प्रदेश में निवास करने वाली बियार जाति गरीब आदिवासी जाति है। इस समुदाय को मध्य प्रदेश के छत्तीसगढ़ में वर्ष 1951 से ही बियार जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त है, जबकि संस्कृति, रीति – रिवाज, आर्थिक समानता होने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में बियार जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा नहीं दिया गया है।
श्रीमती पटेल ने कहा है कि बियार समाज का आर्थिक शैक्षणिक, राजनैतिक एवं सामाजिक स्तर अत्यंत ही गिरा हुआ है जिससे गरीबी के कारण शिक्षा का अभाव है। इस जाति का लगभग 90 प्रतिशत जीवन पूर्णतया मजदूरी पर ही आश्रित है। अत: माननीय मंत्री जी से अनुरोध है कि बियार जाति को उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जनजाति में सम्मिलित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने हुए संबंधित को निर्देशित करने की कृपा करें।
बता दें कि अपना दल (एस) के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं अखिल भारतीय बियार समाज के राष्ट्रीय महासचिव दिनेश बियार (ग्राम – थीरू, पोस्ट- बिच्छी, जनपद-सोनभद्र, उ.प्र.) ने इस बाबत पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की संसदीय दल की नेता श्रीमती अनुप्रिया पटेल से अनुरोध किया था जिस पर श्रीमती पटेल ने संसद में आगे उठाने का भी आश्वासन दिया है ।