0 जिले को अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरीडोर से जोड़ने की मांग,
0 राबर्ट्सगंज से सुकृत, अहरौरा होते हुए मुगलसराय तक की लाइन का काम शुरू हो : श्रीमती पटेल
मीरजापुर @ विन्ध्य न्यूज.
स्थानीय सांसद पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने गुरुवार को संसद में मिर्जापुर में रेल परियोजनाओं को सुदृढ़ करने के लिए कई मांगें कीं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंतिम छोर पर स्थित मिर्जापुरवासियों को सूबे की राजधानी लखनऊ आने-जाने के लिए कोई भी ट्रेन सुविधा नहीं है। राजधानी से सीधे न जुड़ पाने के कारण विकास बाधित हो रहा है। उन्होंने मिर्जापुर-लखनऊ के लिए एक नई ट्रेन चलाने की मांग सदन में की।
श्रीमती पटेल ने कहा कि राबर्ट्सगंज से मद्धूपुर सुकृत वाया अहरौरा होते हुए मुगलसराय (अब पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन) तक एक नई रेललाइन बिछाने की मांग जनता द्वारा लंबे अरसे से की जा रही है। यह रेल लाइन विंध्याचल धान, मैहर देवी धाम और मां भंडारी देवी धान को रेल मार्ग से जोड़ने का काम करेगी। इन सभी धार्मिक स्थलों पर दर्शन के लिए वर्ष भर भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि वर्ष 2017-18 में इसके लिए 1260 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी हुई। लेकिन दुर्भाग्यवश अभी तक इसपर कोई भी कार्य शुरू नहीं हो सका है। उन्होंने इस लाइन का काम शीघ्र शुरू कराने की मांग की।
उन्होंने कहा कि मिर्जापुर से लालगंज होते हुए रीवा मध्यप्रदेश तक नईं रेल लाइन बिछाने की भी आवश्यकता है। इसका सर्वे हो चुका है। अब निर्माण की स्वीकृति का इंतजार है। जिले में चुनार, गैपुरा, जिगना, अहरौरा रोड और लूसा जैसे छोटे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के अभाव की ओर भी सदन का ध्यान आकृष्ट कराया। साथ में यात्री सुविधाओं की वृद्धि की मांग की।
सांसद ने अमृतसर-दिल्ली-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरीडोर का जिक्र करते हुए कहा कि यह 20 शहरों से गुजरते हुए पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के विकास की धुरी बनेगा। इससे उत्तर प्रदेश के आठ जिलों को जोड़ा गया है।
मिर्जापुर के दोनों तरफ इलाहाबाद और वाराणसी जिले शामिल हैं। केवल मिर्जापुर इससे उपेक्षित रह गया है। पूर्व मंत्री ने कहा कि मिर्जापुर उद्योग शून्य जिला है। सभी पारम्परिक उद्योग बंद हो चुके हैं। रोजगार के साधन नहीं हैं। इस कॉरीडोर से यदि मिर्जापुर को जोड़ दिया जाता तो जनपद के विकास का मार्ग प्रशस्त हो जाता।