एजुकेशन

छात्राओं का हाल जानने के पहुंचे जिलाधिकारी, विद्यालय व मड़िहान सीएचसी का लिया जायजा

छात्राओं का हाल जानने के पहुंचे जिलाधिकारी 
0 विद्यालय व मड़िहान सीएचसी का लिया जायजा
0 पंडित दीनदयाल उपाध्याय आवासीय बालिका विद्यालय का मामला
0 जिलाधिकारी के निरीक्षण में उजागर हुई विद्यालय की खामियां
ब्यूरो, मिर्जापुर/मडिहान।
जिलाधिकारी विमल कुमार दूबे शुक्रवार को सुबह दस बजे पंडित दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति वालिका विद्यालय पहुँचकर अभिभावको से वार्ता किये। बुलाने पर प्रधानाध्यापिका तो गश खाकर गिर पडी। उन्होने किचन में फैली गन्दगी देखकर कर्मचारियों को फटकार लगाया।

शुद्ध पानी के लिए तीन आरओ भी लगाया जायेगा। घटिया तेल खाद्यान की सैम्पलिंग के दिये आदेश। बालिकाओं से अभिभावकों को मिलने के लिए बनेगा एक हाल। इसके बाद सीएचसी मड़िहान में भर्ती गंभीर छात्राओं का हालचाल जाना तथा विद्यालय के सभी छात्राओं का ब्लड टेस्ट कराने का आदेश दिया। डीएम ने बताया कि बीमार बालिकाओं के ब्लड टेस्ट में नही पाये गये मलेरिया के कीटाणु। बालिकाओं में सुधार होने तक 24 घंटे कैम्प करेंगें सीएचसी के डॉक्टर।

बीमार बालिकाओ मे ये है गंभीर 
आकांक्षा कक्षा 12
2=विमला कक्षा 10
3=कविता कक्षा 10
4=साक्षी कक्षा 5
5=सीता कक्षा 9
6=सपना कक्षा 11
7=अंशु कक्षा 12
8=सुषुम् कक्षा 9
9=नंदन चौहान कक्षा 11
10=रूपा कक्षा 4
11=रंजू कक्षा 9
12=पूजा मौर्य कक्षा 12
13=आँचल गुप्ता कक्षा 4
14=साहिबा कक्षा 6
15=अंजू कक्षा 3
16=सुनीता कक्षा 6
17=आरती कक्षा 9
18=मोनिका कक्षा 4
19=सरोज कक्षा 10
20=ज्योति कक्षा 9
21=आँचल कक्षा 4
22=अर्चना कक्षा 8

छात्राओं की बीमारी को विद्यालय प्रशासन क्यों दबाना चाहता था
0 अभिभावकों की सूचना पर इलाज करने पहुँची थी स्वास्थ्य बिभाग की टीम
ब्यूरो, मिर्जापुर/मडिहान।
तहसील स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति वालिका विद्यालय में बीमार छात्राओं ने मुलाकात में परिजनों से बताया था कि छात्राएं चार दिनों से बीमार चल रही हैं।मागने के बावजूद विद्यालय की स्टापनर्स दवा नही दे रही हैं।दिन पर दिन छात्राओं की तबियत बिगड़ रही है।बीमार बालिकाओं की बीमारी को लेकर चिंतित परिजनों ने बालिकाओं के इलाज की जानकारी सीएचसी के डॉक्टरों को दे दिया। चिकित्सकों की टीम  बीमार बालिकाओं के इलाज के लिए विद्यालय पहुँची तो सबसे पहले विद्यालय की अध्यापिका दीपिका से हुआ। अध्यापिका ने डॉक्टरों से ही सवाल खड़ा कर दिया कि यहाँ तो कोई बीमार नही है।चिकित्सक टीम को अंदर जाने से मना कर दिया। अध्यापिका व टीम की बातचीत में अंदर जानकारी हुयी तो बीमार छात्राएं बाहर निकल कर चिकित्सक टीम से दवा की मांग करने लगी। धीरे धीरे बीमार छात्राओं का हुजूम स्कुल के बरामदे में इकठ्ठा हो गया। अन्य कर्मचारियों के सहयोग से हास्टल में बीमार बालिकाओं का इलाज शुरू किया जा सका। गंभीर 22 छात्राओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मड़िहान में भर्ती कराया गया।

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