डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
जनस्वास्थ्य सुविधाएं अगर बेहतर तरीके से सुदूर क्षेत्रों में प्रदान की जा रही हैं, तो कहीं न कहीं धरातल पर उसको सही तरीके से पहुंचाने वाले वहां के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भूमिका अहम है। ऐसा ही मिसाल पेश करती आ रही है सरिता देवी, जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नारायणपुर पर स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत है। इनके पति अपने पारिवारिक भूमि पर कृषि का कार्य करते है। इनका परिवार मध्यम श्रेणी का परिवार है। ये पिछले 12 वर्षों से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर कार्यरत हैं। इनका कार्य अत्यन्त प्रशंसनीय रहा है। ये चुनार क्षेत्र में गरीबो महिलाओं के होने वाले प्रसव में निशुल्क रूप से कार्य करती हैं और जरूरत पड़ने पर उनको आर्थिक मदद भी करती हैं। पेश है इनके अच्छे कार्य का संक्षिप्त इतिहास अनिता पत्नी अरविन्द निवासी ग्राम बदेवरानाथ वे कार द्वारा बिहार प्रदेश में अपने पति के पास जा रही थी। साथ में केवल एक 7 वर्ष बच्ची थी। रात्रि में प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और वह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरायनपुर पर उतर गयी। बहुत चिंतित थी कि साथ में कोई नहीं है और पैसे भी नाममात्र है, कैसे क्या होगा। घबड़ाई हुई अनिता ने अपनी परेशानी को वहां पर तैनात स्टाफ नर्स व वार्ड आया संगीता को बताई तब उन्होने कहा कि अब तुम्हे चिन्ता करने की कोई बात नही है। उसके बाद उन्होने उसका प्रसव कराया और उसके बाद बच्चे को कपड़ा भी दिलवाया। मरीज 6 दिनों तक चिकित्सालय में रही और उस दौरान मरीज और उसके दोनों बच्चों के खाने पीने का पूरा ख्याल रखा गया। मरीज के पति से फोन पर बात कराई और चिकित्सालय से जाने के समय राह खर्च की व्यवस्था की । उसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नरायनपुर से सकुशल बिहार के लिए रवाना किया। ये सब स्टाफ नर्स सरिता देवी के प्रयास और लगन से शिशु को जीवन मिला और सरिता देवी की जितनी भी सराहना की जाय वह बहुत कम होगी।