डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
राजगढ़ सीएचसी के सरसों सेमरी जच्चा बच्चा केंद्र पर स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव व लापरवाही के चलते भोली भाली गरीब जनता को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। परंतु सीएचसी राजगढ़ से लेकर जिले के आला अधिकारियों तक का ध्यान इधर नहीं जा रहा है।
मंगलवार को प्रसव पीड़ा से व्यथित सुमन 30 वर्ष पत्नी श्यामा निवासी ताला, नुनौटी को परिजनों द्वारा सरसो सेमरी जच्चा बच्चा केंद्र पर भर्ती कराया गया। जहां सुमन ने एक बच्चे को जन्म दिया।बच्चे के जन्म के बाद सुमन की हालत बिगड़ने लगी ।जिससे उसकी मौत हो गई। सीएचसी राजगढ़ प्रभारी डीके सिंह ने बताया कि प्रसव के दौरान महिला में खून की कमी थी, जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी। जच्चा बच्चा केंद्र प्रभारी ने महिला की हालत बिगड़ते देख एंबुलेंस 108 व 102 पर फोन लगाएं लेकिन बात ना होने पर अपने निजी वाहन से मिर्जापुर जिला अस्पताल लेकर जा रही थी कि रास्ते में मौत हो गई।
देखा जाए तो बीते 15 जून को इसी केंद्र पर एक महिला का प्रसव कराया गया। जिसे प्रसव के एक घंटे बाद घर भेज दिया गया। घर पर उसकी हालत बिगड़ने से मौत हो गई थी।मृतक महिला में भी खून की कमी बताया गया था। जच्चा बच्चा केंद्र सरसो सेमरी पर जांच की व्यवस्था ना होने व लापरवाही के चलते आए दिन प्रसूता महिलाओं को जान जाने के जोखिम से गुजरना पड़ रहा। वही अपनी जान से हाथ भी धोना पढ़ रहा है। परंतु स्वास्थ्य विभाग मौन धारण धारण किए हुए है। तमासा देख रहा है।