दुर्गा जी के मेले मे हजारो भक्तो की जुटी कतार
मिर्जापुर(अहरौरा)। अहरौरा बाजार के दो किलोमीटर दक्षिण में दुर्गा जी पहाड़ है। यहां मां दुर्गा, काली, हनुमानजी, विश्वकर्मा, मां संतोषी, शिव पार्वती गणेश, रविदास जी का मंदिर है। परम्परा है कि तीज व्रत के दूसरी दिन महिलाएं श्रृंगार करके माता के दरबार में अपने परिवार और पति के उज्ज्वल भविष्य की कामना हेतु जाती है।
इस मेले में आस पास के रहने वाले रिस्तेदारों से मुलाकात करते हैं। कुशल का हाल होता है। सहेलियाँ विवाह उपरांत इस दिन अपने नैहर आकर इस मेले में सम्मिलित होती है जिससे उनकी मुलाकात होती है। मिठाईयाँ, चाट पकौड़े, गुब्बारे, खिलौने, चरखी, सौन्दर्य प्रसाधन की दुकानें एक दिन पहले ही सज जाती है। विवाह के बाद स्त्रियाँ प्रथम गोदना यही गोंदवाना शुभ मानती हैं। सोने के जेवरात पहनी महिलाओं से जेवरात छिने जाने की घटनाओं, भीड़ नियंत्रण तथा शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी अहरौरा प्रशासनिक अमला का होता है। मेले में भीड़ बढने के कारण यातायात व्यवस्था सुस्त पड़ जाती है।
इसी बीच अनियंत्रित होकर दो बाइक सवार घायल हो गए जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया गया। चौकी प्रभारी कमलेश पाल यातायात नियंत्रण कर रहे थे और टैक्टर ने उन्हें धक्का मार दिया जिससे हाथ में गंभीर चोट भी आयी है। महिला पुलिस भी मौके पर रही। ऐसे में पारम्परिक मेला हर बार ही कुछ यादें छोड़ जाता है।