० कानीदरी में हुई रामनरेश की हत्या का पुलिस ने किया अनावरण
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
बीते 19 अगस्त को मड़िहान थाना के ग्राम कानीदरी में रामनरेश पुत्र स्व0 रामसेवक हरिजन की हत्या धारदार हथियार से गला रेत करकर कर दी गयी थी। जिसके सम्बन्ध में थाना मड़िहान पर अपराध संख्या-145/2020 धारा 302 आईपीसी पंजीकृत किया गया था। उक्त हत्या के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार सिंह के निर्देश पर थाना प्रभारी मड़िहान, स्वॉट एवं एसओजी टीम हत्या के अनावरण के लिए प्रयासरत् हो गयी। मुखबिर की पुष्ट सूचना के आधार पर प्रभारी निरीक्षक मड़िहान, स्वॉट टीम प्रभारी एवं एसओजी प्रभारी मय पुलिस बल के अलोपी दरी के मोड़ पर समय करीब 08.10 बजे अभियुक्तगण महेश पुत्र कैलाश, अमरेश पुत्र कैलाश, रामबाबू पुत्र मिठाईलाल समस्त निवासीगण कानीदरी दाढ़ीराम थाना मड़िहान को गिरफ्तार कर लिया गया और अमरेश की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल चापड़ भी बरामद किया गया, हत्या के अनावरण में सर्विलांस सेल का भी सराहनीय योगदान रहा ।
घटना के सम्बन्ध में पूछताछ व विवेचना से ज्ञात हुआ कि मृतक स्व0 रामनरेश झाड़-फूक/ओझागिरी का काम करते थे और उसी ओझइती के चलते अभियुक्तगण महेश और अमरेश के पिता कैलाश की मृत्यु हो गयी थी तथा महेश भी अक्सर बीमार रहता था जिससे दोनो भाई इसका जिम्मेदार रामनरेश की झाड़-फूक, टोना टोटका को ही मानते थे और अन्दर ही अन्दर मन में रंज रखते थे और इसी कारण दोनो भाई व रामबाबू ने मिलकर रामनरेश की हत्या की योजना बनाई। 19 अगस्त को जब मृतक रामनरेश गांव के ही बाबूनन्दन उर्फ बबुन्दर के घर से खाना खाकर के लौट रहे थे तो रास्ते में ही तीनो अभियुक्त में से दो घात लगाकर बैठ गए और अमरेश कुछ आगे हो गया मृतक को आता देख महेश व रामबाबू को इशारा कर दिया जिसपर रामबाबू ने मृतक का हाथ पकड़ लिया और महेश ने चापड़ से मृतक के गर्दन पर वार करके हत्या कर दी। आलाकत्ल चापड़ को महेश ने ले जाकर अपने घर की मड़ई में रख दिया, जिसको अमरेश द्वारा बाद में धान के खेत में छुपा दिया गया। अभियुक्तगण द्वारा मृतक रामनरेश की हत्या करना व हत्या के साक्ष्यों को छिपाना स्वीकार किया जिसपर अभियुक्तगण के साथ जाकर अमरेश की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चापड़ भी बरामद किया गया।
गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली टीम में
थाना मड़िहान पुलिस टीम से प्रनि राजकुमार सिंह,
उनि शैलेश कुमार सिंह, हेका मूलचन्द्र वर्मा, कां विनय कुमार यादव, कां हिमांशू मिश्रा,
स्वाट टीम से उनि रामस्वरूप वर्मा प्रभारी स्वॉट टीम,
कां राजेश यादव स्वॉट टीम, कां वीरेन्द्र सरोज स्वॉट टीम, कां संदीप राय स्वॉट टीम, एसओजी टीम से
उनि जयदीप सिंह प्रभारी एसओजी टीम, कां लालजी यादव, कां अजय यादव, कां मनीष कुमार सिंह शामिल रहे। घटना का अनावरण कर गिरफ्तारी व बरामदगी करने वाली पुलिस टीम को ₹ 10000/- के पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।