डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल की अध्यक्षता में विंध्याचल स्थित प्रशासनिक भवन में संभावित शारदीय नवरात्र मेले की तैयारी को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक कर मेला के तैयारियों के प्रगति के बारे में जानकारी ली। तदुपरान्त जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र विन्ध्याचल के गलियों, गंगा घाट पर भ्रमण कर निरीक्षण किया गया।
बैठक में जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि विंध्याचल नवरात्र मेले के लिये बिजली, पानी, साफ-सफाई, गंगा घाटों पर सुरक्षा के दृष्टिगत बैरीकेटिंग से लेकर खाद्य आपूर्ति व यातायात इत्यादि की व्यवस्था चाक चौबंद की लिया जाये । उनहोंने कहा कि बिजली, प्रकाश व्यवस्था, सडकों की मरम्मत, पेयजल हेतु हैण्डपमपों का मरम्मत एवं टोटियोंं आदि की मरम्मत, तीनों मंदिरों पर प्रकाश व्यवस्था तथा बैरीकेटिंग आदि कार्य को अधिकतम 14 अक्टूबर 2020 तक पूर्ण करा लिया जाय ।
दिनांक 16/17 अक्टूबर की मध्यरात्रि से प्रारंभ होकर 25 अक्टूबर 2020 तक चलने वाले शारदीय नवरात्र मेले में ईओं नगर पालिका मीरजापुर एवं विन्ध्य विकास परिषद के अधिकारियों को मेला क्षेत्र में अस्थाई कार्यालय खोले जाने एवं अधिकारियों, कर्मचारियों की 24 घंटे शिफ्टवार तैनाती किए जाने को निर्देशित किया गया। पूरे मेला क्षेत्र में, धाम क्षेत्र की गलियों में साफ सफाई व्यवस्था दोनों पहर कराये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित करने, अस्थाई पेयजल व्यवस्था के लिए पानी के टैंकर की उपलब्धता बनाये रखने,, नालों की सफाई तथा पर आवागमन के लिये अस्थाई पुल, महिलाओं के कपडा बदलने का स्थान घाटों पर प्रकाश व्यवस्था , कूड़ा कचरा उठाये जाने, मुख्य मंदिर की ओर जाने वाले सभी प्रमुख मार्गो और गलियों में प्रकाश व्यवस्था कराने का निर्देशित दिया गया। इसि प्रकार अष्टभुजा पहाडी एवं कालीखोह मंदिर पर जाने वाले रास्तों पर प्रकाश व्यव्स्था सुनिश्चित कराने के लिये सम्बन्ध्ति विभाग को निर्देशित किया गया। जिलाधिकारी ने पालिका एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि नवरात्र मेले के दौरान कहीं भी कोई मवेशी घूमता हुआ दिखलाई न दे इस बात का विशेष ध्यान दिया जाये। अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को निर्देशित करते हुए कहा कि गंगा किनारे अस्थाई शौचालयों का निर्माण, महिलाओं के वस्त्र बदलने हेतु टेंट की व्यवस्था कराया जाये। गंगा नदी के किनारे अस्थाई विधुत प्रकाश की व्यवस्था कराया जाये। दो मोटर बोट और गोताखोर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, ताकि किसी विषम स्थिति में इसका तुरंत उपयोग किया जा सके। इस दारैरान जिलााध्कारी द्वारा गोताखोर को गंगा के पानी में गहराई का जायजा लिया गया तथा कहा कि स्थान के लिये निर्धारित पानी की गहराई तक ही बैरीकेटिंग की जाये ताकि यात्री गहरें पानी न जाने पाये। विद्युत विभाग को निर्देशित किया गया कि अवैध कनेक्शन, कटिंया मार का विद्युत उपयोग करने वालों को कनेक्शन विच्छेदन की जर्जर और पुराने तारों को मेला प्रारंभ होने से पूर्व ठीक कर लिया जाये ताकि आवाध गति से विद्युत आपूर्ति होती रहे। तथा मच्छररोधी दवा इत्यादि का छिड़काव कराया जाये। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि आवारा पशुओं को पकड़वाने की व्यवस्था की जाये। जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पूरे मेला क्षेत्र में खाद्य सामाग्रियों की व्यवस्था तथा सस्ते दर पर पूडी सब्जी की दुकानें लगायी जाये। जिला अग्निशमन अधिकारी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने अग्निशमन वाहनों की व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिए ताकि आगलगी के दौरान फौरन इस पर काबू पाया जा सके। मेला क्षेत्रा में सुरक्षा और चोर उच्चकों की सक्रियता पर रोक लगाने के लिए पुलिस विभाग को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही न होने पाये। जिलाधिकरी ने वाहन स्टैंटों पर मनमानी ढंग से वसूली किए जाने पर रोक लगाने की दिशा में रेट बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी पुलिस अधीक्षक/अपर पुलिस अधीक्षक, अपर जिलाधिकारी यूपी सिंह, नगर मजिस्ट्रेट, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित संबंधित विभाग के अधिकारी और पंडा समाज के पदाधिकारी उपस्थित रहे।