डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
नगर के बरियाघाट स्थित चित्रगुप्त मंदिर पर यम दुतिया के दिन सोमवार को भगवान चित्रगुप्त जी का दर्शन पूजन श्रद्धा एवं भक्ति के साथ किया गया चित्रकूट समाज सहित अन्य समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर पूजा पाठ किया।
चित्रगुप्त सभा बरिया घाट के अध्यक्ष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दिवाली के तीसरे दिन यानी कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया को जहां देशभर में भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। वहीं कायस्थ परिवार के देवता चित्रगुप्त महाराज की भी पूजा का विधान है।
यम द्वितीया को मनाया जाने वाला ये पर्व कलम दवात की पूजा के नाम से भी प्रचलित है। चित्रगुप्त महाराज को देवगण का लेखपाल यानी मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा रखने वाला माना गया है। इस दिन नई लेखनी या कलम की पूजा होती है। व्यापारी या कारोबारी वर्ग इसे नववर्ष प्रारंभ के तौर पर भी देखते हैं। बरियाघाट स्थित लगभग 100 वर्ष पुराने चित्रगुप्त मंदिर के पुजारी पंडित घनश्याम मिश्र ने बताया कि मान्यता है कि इस दिन कायस्थ समाज का हर सदस्य कलम से कागज पर अपनी सालाना आय लिखकर, एक मंत्र के साथ वो कागज चित्रगुप्त महाराज के पास रख देता है। उसके बाद पूरी पूजा विधि अपनाई जाती है और आरती व विशेष प्रसाद के साथ ये चित्रगुप्त पूजा संपन्न होती है।
इस अवसर पर शेरावाली मंदिर के पुजारी जटाशंकर मिश्रा, वीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव, कमलेश स्वरूप श्रीवास्तव, अमरनाथ श्रीवास्तव, दिलीप श्रीवास्तव, आलोक वर्मा, अनिल वर्मा, आशीष श्रीवास्तव, रजत श्रीवास्तव, रविशंकर श्रीवास्तव, अरुण श्रीवास्तव, नरेंद्र श्रीवास्तव, राजेश सिन्हा, प्रशांत अस्थाना, छवि अस्थाना, नीलेश श्रीवास्तव, गौरव श्रीवास्तव, रजत, सिद्धार्थ, कृष्णा, अभिलाषा श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।