0 बेटी के लिए तरसते मां बाप पहुंचे एसपी दरबार, अनहोनी की जताई आशंका
0 23 को टीम गठित करने का एसपी ने दिया आश्वासन
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भास्कर ब्यूरो, मिर्जापुर।
मड़िहान पुलिस एक बार फिर अपनी कृत्य से सुर्खियों में आ गई है। पुलिस ने पहले जबरन मकान ढहाकर कब्ज़ा कराया और अब तक महाविद्यालय से लौटते समय छात्रा के अपहरण के बाद कोई कार्रवाई नहीं कर सकी है। इस आरोप के साथ छात्रा दीपमाला के माता पिता ने एसपी से मंगलवार को मुलाक़ात कर गुहार लगायी। पांच दिन से लापता बिटिया की सूरत देखने को तरस रहे दम्पत्ति को पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने 23 तारीख गुरूवार को टीम गठित करने का आश्वासन दिया।
मंगलवार को मड़िहान थाना क्षेत्र के जमुई बाजार निवासिनी नीतू मिश्रा अपने पति के साथ जिला मुख्यालय पहुंची। पुलिस अधीक्षक से मिलकर पत्रक सौपकर महाविद्यालय पढ़ने गयी बिटिया के 17 नवम्बर को अपहरण किये जाने की जानकारी के बाद भी मड़िहान पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। आरोपित किया कि अपहरण की सूचना देने के बाद बदमाशों के अहरौरा की ओर जाने की जानकारी देने पर पुलिस विपरीत दिशा में गोपालपुर की ओर निकल गयी थी। अपहरण के पूर्व मोबाइल पर धमकी और अपहरण करने की जानकारी 6 नवम्बर को लिखित रूप से देने के बावजूद पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं किया, जबकि नामजद तहरीर और मोबाइल नम्बर पुलिस को दिया गया था। थाना पर जाने के बाद पुलिस महकमा मदद की बजाय धमकी दे रहा है। थानाध्यक्ष से जवाब मिला कि जब समय मिलेगा, तब पता करेंगे। हम तुम्हारे पाबंद नहीं है। थाना से लेकर जिला मुख्यालय पर बैठे पुलिस विभाग के अधिकारियों का चक्कर लगा रहे दम्पत्ति को अपनी बिटिया के साथ अनहोनी की आशंका सता रही है। अपहरण के पांच दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस विभाग मौन साधे हुए है। चर्चा है कि एसपी के पास अपहर्ताओं ने फैक्स कर अपनी और छात्रा की जानकारी दी है। अगर इसे सच मान लिया जाये तो अपनी बिटिया के लिए परेशान दम्पत्ति से अधिकारी दूरभाष पर ही वार्ता कराकर संतुष्ट कर सकते है। इतना करने के बजाय उन्हें अपमानित किये जाने से योगी की पुलिस को लेकर लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। मड़िहान पुलिस पर सवालिया निशान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पाण्डेय के सामने लगाकर न्याय की गुहार लगाया गया था। बता दे कि नगर के जुबली इंटर कालेज में आयोजित भाजपा के चुनावी जनसभा में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर मड़िहान थाना इलाके के पचोखरा निवासी रामचरण ने पुलिस की मिलीभगत से भाजपा विधायक पर अपना घर उजाड़ने का आरोप लगाया था। प्रदेश अध्यक्ष ने पीड़ित की व्यथा सुनकर राहत का आश्वासन दिया था। आरोप है कि सफेदपोश जनप्रतिनिधि के सह प्रभारी मड़िहान पुलिस और तहसीलदार ने रामचरण व उसके घर के पुरुष सदस्यों को जेल भेजकर पक्के मकान को जमीनदोज कर परिवार को बेघर कर दिया था।