जिले में जिस रफ्तार से कॉविड १९ का संक्रमण फैल रहा हैं, वह अत्यंत गंभीर समस्या है और खास कर समाज में ४०+ के आयु के ७०% लोग शुगर बीपी आदि बीमारियों के साथ जीवन यापन कर रहे हैं और कोविड 19 के दिशा निर्देश के पालन की लापरवाही ही मुख्य कारण है। यह मानना है जिले के नीमा भवन न्यास के महासचिव एवं नीमा के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष डा0 अरविंद श्रीवास्तव का।
डा0 श्रीवास्तव का कहना है कि जब तक जीवन के मूल्य आभास नहीं है, तभी तक आप इस तरह की लापरवाही कर के आप और समाज को खतरे में डाल रहें हैं। कहाकि आप याद कीजिए फर्स्ट लॉक डाउन क्या उसी तरह से आप और हम नही रह सकते हैं, क्योंकि यदि इस माह हम सबने मिलकर कोविड 19 के दिशा निर्देशों का पालन नही किया, तो स्थिति कितनी भयानक होगी, शायद कल्पना न होगी। लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, आगरा आदि महानगरों के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बेड नही है, इसलिए आप अपने दिल दिमाग से फर्स्ट लॉक डाउन मान कर के अपने को अपने इष्ट मित्रों को बचाने के संकल्प लीजिए।