0 वैदिक संहिताओ में काढ़े की उपयोगिता पर जिला सूचना अधिकारी ने दिया बल
0 बोले: इम्यून सिस्टम को बढ़ाने मे मद्दगार है काढ़ा
मिर्जापुर।
कोरोना महामारी काल मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के संदर्भ में काढ़े की उपयोगिता पर ’विचार गोष्ठी’एवं काढ़े का वितरण किया। अपर जिलाधिकारी (भू-राजस्व) हरिशंकर ने विचार गोष्ठी मे बताया कि इस समय कोरोना वायरस से समस्त विश्व को कठिनाईयो का सामना करना पड़ रहा हैं। इस वायरस से बचने के लिये इम्यून सिस्टम को मजबूत करने पर भी जोर दिया जा रहा है। प्रत्येक व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे इसके लिये प्राचीन समय से ही काढ़े का प्रयोग किया जा रहा है। काढ़ा बनाने मे प्रयुक्त सभी साम्रगी प्रायः हर घरो मे प्राप्त हो जाती हैं। काढ़े की प्राचीनता एवं उपयोगिता पर बल देते हुये जिला सूचना अधिकारी डा0 पंकज कुमार ने कहा कि वैदिक कालीन संहिताओ मे भी आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति मे काढ़े का वर्णन मिलता है प्राचीन काल से ही भारतवासी आयुर्वेदिक जड़ी बूटियो से ही अपने को स्वास्थ रखते आये है। आयुर्वेद एवं काढ़े की उपयोगिता प्राचीन काल से अब तक अनवरत बनी हुयी हैं। काढ़ा एक जैविक ढाल के रूप मे कोरोना से हमे सुरक्षित रखता हैं। प्रवक्ता उमाकान्त ने कहा कि किसी भी रोग से लड़ने के लिये हमारी प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी हैं। काढ़ा हमारे रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर हमे स्वस्थ रखता है। विचार गोष्ठी के उपरान्त कलेक्ट्रेट परिसर मे एपेक्ेस वेलकेयर ट्रस्ट के डॉ हिमांशी द्वारा काढ़ा का वितरण किया गया। उन्होने बताया कि हमारे ट्रस्ट द्वारा ग्रामीण क्षेत्रो मे काढ़े का वितरण, चिकित्सा सम्बन्धी परामर्श एवं टेली मेडिसन आदि की सुविधा प्रदान की जा रही हैं।